अतिक्रमण ने रोकी नालों की रफ्तार, कई इलाके हुए पानी-पानी

बरसात के कारण राजधानी हुई तर-बतर, सड़कें तालाब बन गयीं, निचले इलाके में घरों में घुसा पानी, डरे-सहमे रहे लोग

By Prabhat Khabar | September 8, 2020 3:45 AM

रांची : सोमवार को बारिश होने के बाद शहर में जो हालात उत्पन्न हुए, उसका एकमात्र कारण नालों पर किया गया अतिक्रमण है. राजधानी में बमुश्किल एक-दो मोहल्ले ही होंगे, जहां नाले पर अतिक्रमण नहीं हुआ हो. अधिकतर जगहों पर नालों को सार्वजनिक संपत्ति समझ कर उसके ऊपर घर तक बना लिये गये हैं.

कहीं-कहीं पर नालों पर ढलाई कर दी गयी है, तो कहीं पर नालों के ऊपर ही रैंप बना दिये गये हैं. नतीजा नाला पूरी तरह से पैक हो जाने के कारण जैसे ही बारिश होती है, नाला का पानी सड़क से होते हुए खाली जगहों की ओर चला जाता है. सोमवार को भी ऐसा ही नजारा वर्द्धमान कंपाउंड, चर्च रोड, कोकर, चुटिया, हिंदपीढ़ी व अन्य इलाके में देखने को मिला.

महिला थाना : झरना की तरह गिर रहा था पानी : राजधानी में हुई मूसलधार बारिश के कारण महिला थाना भी पानी-पानी हो गया़ सभी कमरे में छत से पानी टपकने लगा़ जिससे कई महत्वपूर्ण फाइल बर्बाद हो गयी. महिला थाना प्रभारी मोनालिसा ने बताया कि बिल्डिंग पुराना हो गयी है. पहले बारिश होने पर थोड़ा बहुत पानी टपकता था, लेकिन सोमवार को तो पूरे कमरे में झरना की तरह पानी गिर रहा था़

आधा दर्जन अपार्टमेंट के बेसमेंट डूबे : दीपाटोली रोड नंबर पांच (वार्ड छह) के कई अपार्टमेंट व घरों में पानी घुस गया. इससे साईं, श्री बालाजी, सत्यम और खासकर शिवम अपार्टमेंट में रहने वाले लोग परेशान रहे. इन अपार्टमेंट के पूरे बेसमेंट में पानी भर गया. इससे वहां खड़ी गाड़ियों मेें पानी घुस गया. हालांकि कई लग्जरी गाड़ियों को समय रहते निकाल लिया गया. लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि ग्राउंड फ्लोर में लगभग पांच फीट तक पानी जमा हो गया.

बिजली के मीटर व जेनरेटर डूबे : उपरोक्त अपार्टमेंट में लिफ्ट, जेनरेटर, पानी का मोटर और यहां तक कि बिजली का मीटर भी पानी में डूब गया.

रांची विवि मुख्यालय का पुराना इमली पेड़ गिरा : दूसरी ओर शहीद चौक स्थित रांची विवि मुख्यालय कैंपस के अंदर 50 साल से भी अधिक पुराना इमली का पुराना पेड़ गिर गया. इस पेड़ के नीचे झारखंड के कई नेताओं ने छात्र राजनीति की शुरुआत की है.

Posy by : Pritish Sahay

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