दूसरों को प्राणवायु पहुंचानेवाले रेलकर्मियों की भी टूट रही हैं सांसें, कोरोना से अब तक 20 की मौत, 450 संक्रमित

रांची रेल डिवीजन में अब तक 20 रेलकर्मियों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है. इनमें स्टेशन मास्टर, गार्ड, लोको पायलट, ऑपरेटिंग विभाग के कर्मी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, रांची रेल डिवीजन में 450 से अधिक रेलकर्मी वर्तमान में कोरोना से संक्रमित हैं. सभी की उम्र 40 से 55 वर्ष के बीच है.

By Prabhat Khabar | May 13, 2021 6:59 AM

Coronavirus Update Jharkhand रांची : देश भर में जीवनरक्षक ऑक्सीजन टैंकर को मंजिल पर पहुंचा कर लाखों लोगों का जीवन बचाने और हजारों प्रवासी मजदूरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभानेवाले रेलकर्मी खुद कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. रेल अस्पताल में समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं होने पर चिकित्सक उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर कर रहे हैं. वहीं दूसरे अस्पताल में बेड खाली नहीं होने पर उनकी स्थिति और दयनीय हो जा रही है.

रांची रेल डिवीजन में अब तक 20 रेलकर्मियों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है. इनमें स्टेशन मास्टर, गार्ड, लोको पायलट, ऑपरेटिंग विभाग के कर्मी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, रांची रेल डिवीजन में 450 से अधिक रेलकर्मी वर्तमान में कोरोना से संक्रमित हैं. सभी की उम्र 40 से 55 वर्ष के बीच है.

रेलवे से यह मिलता है सहयोग :

रेल कर्मियों को रेल मंत्रालय के नियम के अनुसार, रेलकर्मी के निधन होने पर अंत्येष्टि के लिए करीब आठ से दस हजार रुपये, बीमा, ग्रेच्युटी सहित अन्य सुविधाओं के अलावा परिवार के एक सदस्य को चतुर्थवर्गीय कर्मी के पद पर नौकरी दी जाती है.

Posted By : Sameer Oraon

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