संभल कर चलिये, सड़क किनारे निकले एचटी तार में करंट आने से युवक झुलसा

राजधानी में बिजली की अंडग्राउंड केबलिंग हादसों को न्योता दे रही है. कोकर चौक पर खुले में लटके बिजली के हाइटेंशन तार के संपर्क में आने से एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया.

By Prabhat Khabar | July 18, 2020 4:43 AM

रांची : राजधानी में बिजली की अंडग्राउंड केबलिंग हादसों को न्योता दे रही है. कोकर चौक पर खुले में लटके बिजली के हाइटेंशन तार के संपर्क में आने से एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गया. घटना शुक्रवार सुबह 10:30 बजे की है. निजी कंपनी के लिए काम करनेवाले गौतम दुबे सुबह में कोकर चौक पहुंचे थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सीसीटीवी उपकरणों के मेंटेंनेस के दौरान युवक करीब में खुले में लटके हाइटेंशन तार के संपर्क में आ गया. वह करंट से बुरी तरह झुलस गया. युवक का दाहिना हाथ, कमर का पिछला हिस्सा और जांघ बुरी तरह से घायल हैं.

गंभीर रूप से घायल युवक को पास में स्थित सैम्फोर्ड अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद देवकमल अस्पताल रेफर कर दिया गया. घायल युवक एक स्थानीय कांग्रेस नेता का भाई है. घटना के बाद कुछ देर के लिए स्थानीय लोगों में अफरातफरी मच गयी. इस मामले में अधीक्षण अभियंता ने एक जांच टीम गठित कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. वहीं, शुक्रवार शाम में घायल युवक के परिजनों ने मामले से संबंधित शिकायत पंडरा ओपी में दर्ज करायी. नीचे लटक रहे जर्जर तारों में बिजली आपूर्ति होने से हादसाजानकारों की मानें तो काम न होने की स्थिति में इंटरलाकिंग टाइल लगा कर हाई टेंशन तार के ज्वाइंट को भी अच्छी तरह से सील करना चाहिए.

नीचे लटक रहे जर्जर तारों में बिजली आपूर्ति होने के कारण ही हादसा हुआ. विभाग ने पल्ला झाड़ास्थानीय लोगों ने जहां पूरे मामले में बिजली कंपनी की लापरवाही बतायी है. वहीं, विभाग ने इससे पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है. कार्यपालक अभियंता एसएन चौधरी ने कहा कि जिस तार से संपर्क में आकर दुर्घटना की बात कही जा रही है, उसमें अभी बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है. हालांकि संभव है कि खुले में रखे तार में कहीं से रिटर्निंग आ गया हो, इस कारण हादसा हुआ.

पूरे मामले की जांच की जा रही है.केबल बिछाने में नियमों की अनदेखीराजधानी में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम 364.28 करोड़ रुपए से केइआइ कंपनी पूरा कर रही है. हाई वोल्टेज लाइन डालने के लिए खोदे जा रहे गड्ढों व बिछाये जा रहे तारों में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

केबल बिछाने के नाम पर राजधानी की सड़कों और फुटपाथों को कबाड़ बना कर छोड़ दिया जा रहा है. सभी हैंगर पर लटके केबल बंच, सड़क किनारे केबल लगाने को बन रहे ट्रंच में पानी जमा होने और करंट उतरने की अत्यधिक संभावना रहती है.

Post by : Pritish Sahay

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