झारखंड के किसानों व छात्रों के लिए ‍BAU की बिरसा किसान मार्गदर्शिका है कितनी खास, क्या है इसकी कीमत ?

बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बिरसा किसान मार्गदर्शिका को प्रदेश के लघु, सीमांत एवं बड़े किसानों, कृषि से जुड़े हितकारकों, प्रसार पदाधिकारियों व कार्यकत्ताओं, कृषि उद्यमियों एवं छात्रों के लिए काफी उपयोगी बताया.

By Guru Swarup Mishra | January 6, 2023 8:39 PM

BAU Ranchi News: नये साल में रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) ने कृषि सबंधी महत्वपूर्ण तकनीकी सूचना से युक्त ‘बिरसा किसान मार्गदर्शिका-2023’ प्रकाशित की है. इसे लगातार चौथे वर्ष ससमय प्रकाशित गया किया है. राज्य के कृषि जगत में यह मार्गदर्शिका वर्षों से लोकप्रिय है. बीएयू के वीसी डॉ ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में बिरसा किसान मार्गदर्शिका उपयोगी साबित होगी.

किसानों एवं छात्रों के लिए काफी मददगार

बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बिरसा किसान मार्गदर्शिका को प्रदेश के लघु, सीमांत एवं बड़े किसानों, कृषि से जुड़े हितकारकों, प्रसार पदाधिकारियों व कार्यकत्ताओं, कृषि उद्यमियों एवं छात्रों के लिए काफी उपयोगी बताया. इससे स्थानीय आवश्यकता एवं क्षेत्र विशेष आधारित उपयुक्त तकनीकी से किसानों की आय में बढ़ोतरी को बढ़ावा, राज्य कृषि को एक नई दिशा तथा राज्य कृषि परिदृश्य में सुधार व निरंतरता बनाये रखने में मददगार कहा.

155 रुपये में मिलेगी बिरसा किसान मार्गदर्शिका

बिरसा किसान मार्गदर्शिका में झारखंड कृषि परिदृश्य, कृषि मौसम खेती परामर्श सेवा, शुष्क भूमि कृषि तकनीक, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, फसलों के लिए अनुशंसित पोषक तत्वों की मात्रा व उर्वरक की गणना, बीज उपचार, बीज भंडारण, बीज बिक्री केंद्र, खरीफ, रबी एवं नगद फसलों उन्नत कृषि प्रणाली, कीट व रोग प्रबंधन, कीटनाशी का प्रयोग, आकस्मिक फसल प्रणाली, मडुआ व सोयाबीन का मूल्यवर्धन, मशरूम उत्पादन और मधुमक्खी पालन, उन्नत कृषि यंत्र, बागवानी में सब्जियों, फलों, फूलों एवं मसाला फसलों की पैकेज प्रणाली, फलों व सब्जियों का प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन, पशुपालन में गाय, भैंस, बकरी, सूकर, मुर्गी, बत्तख, बटेर व खरगोश आदि पशुओं का प्रबंधन, रोगी और स्वास्थ्य पशुओं की पहचान, पशुओं की बीमारी, रोकथाम एवं टीकाकरण, पशुओं के भोजन, दाना मिश्रण तथा दैनिक आहार, पशुओं के परजीवी रोग और मांस प्रौद्योगिकी, दुग्ध प्रौद्योगिकी, मत्स्यपालन, समन्वित मत्स्यपालन, मत्स्य बीज उत्पादन, रंगीन मछलियों का पालन एवं एक्वेरियम प्रबंधन तथा वानिकी में वनवर्धन के पौधशाला तकनीक, पौध व बीज रोपण एवं वृक्षों की तकनीकी, सामाजिक वानिकी के अधीन कृषि वानिकी प्रणाली, वन प्रबंधन, वन्य प्राणी प्रबंधन, वनोत्पाद, औषधीय एवं सुगंधित पौधों की पैकेज प्रणाली, जैव प्रौद्योगिकी में टिश्यू कल्चर्ड पौध सामग्री, राज्य के कृषि जलवायु हेतु उपयुक्त समन्वित कृषि प्रणाली एवं तकनीकें, किसान कॉल सेंटर, सामुदायिक रेडियो स्टेशन और कृषि विशेषज्ञ प्रणाली आदि विषयों को सरल हिंदी भाषा में बताया गया है. विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय के एटीक केंद्र में यह उपलब्ध है. 155 रुपये में इसे खरीदा जा सकता है.

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