अल्पसंख्यक बुद्धिजीवियों ने एक मंच पर आ कर हालात पर जतायी चिंता, कहा अल्पसंख्यकों के हक की बातें हाशिये पर
रांची: अल्पसंख्यक बुद्धिजीवियों ने कहा है कि राज्य में अल्पसंख्यकों की स्थिति ठीक नहीं है़ अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक वित्त निगम, केंद्र प्रायोजित योजनाएं जैसी बातें हाशिए पर है़ं सोमवार को विभिन्न अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने एसडीसी में एक मंच पर आ कर अपनी बातें कही़. मुफ्ती जियाउल हक ने कहा कि देश मेजोरिटी व […]
रांची: अल्पसंख्यक बुद्धिजीवियों ने कहा है कि राज्य में अल्पसंख्यकों की स्थिति ठीक नहीं है़ अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक वित्त निगम, केंद्र प्रायोजित योजनाएं जैसी बातें हाशिए पर है़ं सोमवार को विभिन्न अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने एसडीसी में एक मंच पर आ कर अपनी बातें कही़.
मुफ्ती जियाउल हक ने कहा कि देश मेजोरिटी व माइनोरिटी में बंटा दिख रहा है़ अल्पसंख्यकों के हक-अधिकार की बातें हाशिए पर है़ं अधिवक्ता एके रशीदी ने कहा कि संविधान की समानता की बात जमीन पर दिखनी चाहिए़ उनके रीति- रिवाजों, परंपराओं को बरबाद न किया जाये़ रेव्ह विकला बखला ने कहा कि भेदभाव का वातावरण भय उत्पन्न करता है़ इमानुएल सांगा ने कहा कि अल्पसंख्यक भी इसी देश के नागरिक है़ं हमें दबाया जा रहा है़ हमारी बातें भी सुनी जाये़ं प्रो हरमिंदर वीर सिंह ने कहा कि राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने अल्पसंख्यक हित में कई सिफारिशें की थीं, जिन्हें अमलीजामा पहनाने की जरूरत है.
परमजीत सिंह चाना ने कहा पिछले दिनों मुख्यमंत्री के साथ अल्पसंख्यक आयोग व अल्पसंख्यक वित्त निगम पर बातें हुई थी़ं उम्मीद है कि इन विषयों पर यथाशीघ्र संज्ञान लिया जायेगा़ मौलाना तलहा नदवी ने कहा कि यदि राज्य का एक तबका दबा रह जाये, तो पूरे राज्य का विकास नहीं हो सकता़ नीति और नीयत में अंतर नहीं होना चाहिए़ फादर प्रफुल्ल तिग्गा ने कहा कि ईसाईयों पर हमले बढ़े है़ं लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे़ कुलदीप तिर्की ने कहा कि परिवार के अगुवे को बच्चों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए़ यह हो रहा है, जो तकलीफदेह है़ नदीम खान ने भी विचार रखे़.
ये हैं मांगें
सरकार से राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पुनर्गठन, इस अायोग द्वारा पूर्व में सामाजिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, आर्थिक उत्थान व सुरक्षा पर दी गयी अनुशंसाएं लागू करने, अल्पसंख्यकों को सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने, अल्पसंख्यक वित्त निगम को धरातल पर उतारने, बालूमाथ (हजारीबाग) की घटना पर केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की रिपोर्ट लागू कर इनसाफ देने, जामताड़ा के स्व मिनहाज अंसारी के परिवार को न्याय दिलाने और राज्य में उर्दू अकादमी, मदरसा बोर्ड, भाषायी अकादमी के गठन की मांग की गयी़
