माओवादियों ने ट्रैक उड़ाया, ट्रेन बेपटरी

रांची : भाकपा माओवादियों ने बंद के दौरान मंगलवार को लातेहार में रेल पटरी उड़ायी. विस्फोट में पलामू एक्सप्रेस का इंजन व तीन डिब्बे पटरी से उतर गये. घटना के बाद इस रेल खंड पर रेल परिचालन रोक दिया गया है. लोहरदगा के किस्को में स्वास्थ्य उपकेंद्र को उड़ा दिया. चतरा के टंडवा में हाइवा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 24, 2015 6:06 AM
रांची : भाकपा माओवादियों ने बंद के दौरान मंगलवार को लातेहार में रेल पटरी उड़ायी. विस्फोट में पलामू एक्सप्रेस का इंजन व तीन डिब्बे पटरी से उतर गये. घटना के बाद इस रेल खंड पर रेल परिचालन रोक दिया गया है. लोहरदगा के किस्को में स्वास्थ्य उपकेंद्र को उड़ा दिया. चतरा के टंडवा में हाइवा को आग के हवाले कर दिया.
कुचिला के पास किया विस्फोट : माओवादियों ने मंगलवार की रात करीब 8.45 बजे सीआइसी सेक्शन के बरवाडीह-बरकाकाना रेल खंड पर कुचिला के पास पोल संख्या 251/12 पर विस्फोट कर अप रेल पटरी को उड़ा दिया.
बरकाकाना से पटना जानेवाली पलामू एक्सप्रेस छिपादोहर स्टेशन से 8.15 बजे खुल कर बरवाडीह की ओर आ रही थी. ट्रेन की रफ्तार कम थी. चालक ने टूटी पटरी देखी और ट्रेन को नियंत्रित किया. लेकिन इंजन व तीन बोगी पटरी से उतर गये.
ट्रेन रुकने के बाद अधिकांश यात्री पैदल ही बरवाडीह पहुंचे व घटना की जानकारी दी. यात्रियों के अनुसार टूटी पटरी के पास कोई नहीं था. बरवाडीह से घटनास्थल की दूरी लगभग 10 किमी है.
कोयला अनलोड कर आ रहा था हाइवा : चतरा के टंडवा में हथियारबंद लोगों ने पाड़े मोड़ के समीप चेता गांव के शंकर साहु का हाइवा फूंक डाला. सोमवार रात नौ बजे हाइवा खलारी से कोयला अनलोड कर टंडवा की ओर आ रहा था़ पाड़े मोड़ के समीप सड़क अवरुद्ध था़ वाहन रुकते ही चार हथियारबंद लोग वहां आ धमक़े वाहन में बैठे मालिक व चालक बासुदेव यादव को उतार कर हाइवा का आग के हवाले कर दिया़ इस संबंध में हाइवा मालिक ने थाना में शिकायत दर्ज करायी है़
थाना प्रभारी डोमन रजक ने बताया कि माओवादी नहीं, बल्कि आपसी दुश्मनी के कारण अपराधी तत्वों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है़
लोहरदगा में स्वास्थ्य उपकेंद्र को ध्वस्त किया
नक्सली दस्ते ने सोमवार की रात लोहरदगा स्थित किस्को के पाखर बहेरा कोना में नवनिर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र को बम से उड़ा दिया. पोस्टर चिपकाया. कुछ ग्रामीणों के साथ मारपीट की.
ग्रामीणों को पुलिस का सहयोग नहीं करने की धमकी देकर माओवादी चले गये. उप स्वास्थ्य केंद्र 24 लाख की लागत से बना था. लोगों ने बताया कि धमाका इतना जबरदस्त था कि तेतरडीपा, भैसबथान, डहरबाटी व बहेरा कोना का इलाका थर्रा गया. घटना के 20 घंटे बाद भी पुलिस नहीं पहुंची थी.

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