अभिभावक करें बच्चों की पढ़ाई में सहयोग
फोटो….फोल्डर….में है…..लेखिकागुंजन बैजलशिक्षिकाडीएवी गांधी नगर……………………अक्सर देखा गया है कि जो बच्चे आमतौर पर पूरे साल की पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, परीक्षा के समय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. वैसे तो इसके कई कारण होते हैं, लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान छात्र ही नहीं उनके अभिभावकों को भी रखने की आवश्यकता […]
फोटो….फोल्डर….में है…..लेखिकागुंजन बैजलशिक्षिकाडीएवी गांधी नगर……………………अक्सर देखा गया है कि जो बच्चे आमतौर पर पूरे साल की पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, परीक्षा के समय अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. वैसे तो इसके कई कारण होते हैं, लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान छात्र ही नहीं उनके अभिभावकों को भी रखने की आवश्यकता है. परीक्षा का समय नजदीक आता जा रहा है. इसलिए यदि बच्चे तथा उसके अभिभावक इन बातों का ध्यान रखें, तो बच्चे परीक्षा के समय और साथ ही साथ पूरे साल शैक्षणिक उत्कृष्टता पा सकते हैं.बच्चे अपने पाठ को बार-बार पढ़ें. पाठ को दोहरायें. ऐसा करने से पाठ तो याद होता ही है साथ ही साथ समझ में भी आता है. अभिभावकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि स्कूल में लिखाये गये प्रश्न और उत्तर को बच्चे से याद करायें और उन्हें याद किये हुए पाठ को लिखने के लिए कहें. प्राय: ऐसा देखा जाता है कि अभिभावक बच्चे को ट्यूशन भेज कर निश्चिंत हो जाते हैं. वे समझने लगते हैं कि उनकी जिम्मेदारी पूरी हो गयी है. ऐसा करना भारी भूल है. आज के समय में ट्यूशन आदत की तरह हो गयी है. बच्चों के लिए स्कूल की पढ़ाई ही पर्याप्त होती है. सिर्फ अभिभावकों को उनके स्कूल की पढ़ाई को मॉनिटरिंग करने की आवश्यकता है. इसके अतिरिक्त अभिभावकों को समय-समय पर स्कूल के शिक्षकों से मिलना भी चाहिए. जब संभव हो बच्चों को कोर्स के अलावा रोचक कहानियों की किताबें पढ़ने के लिए भी दें. इससे बच्चों को पढ़ाई बोझ नहीं लगेगा. इसके अलावा बच्चे को घर का बना फ्रेश खाना दें. खाने में हरी सब्जी व फल आदि को शामिल करें. अक्सर देखा जाता है कि बच्चे अपने टिफिन में जंक फूड ले कर आते हैं. इससे अपने बच्चे को बचायें. माता-पिता या अभिभावकों को घर में भी पढ़ाई का माहौल बनाने की जरूरत है. नकारात्मक माहौल घर में न बनायें. बच्चे को कभी हतोत्साहित न करें. घर में सभी तनाव मुक्त माहौल बनायें. अभिभावक सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे आठ घंटे की पूरी नींद लें. अभिभावक बच्चे की पढ़ाई में पूरा सहयोग करें. अंत में अभिभावकों को चाहिए कि वे प्रश्नों के पैटर्न को समझ कर बच्चे की तैयारी करने में मदद करें.
