कोरोना का खौफ: अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में छह देशों के खिलाड़ियों ने आने से किया इनकार

छह देशों के 70 खिलाड़ी नहीं होंगे शामिल... रांची : 15 और 16 फरवरी को रांची के मोरहाबादी मैदान में होनेवाले अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में दस की जगह चार देशों के ही खिलाड़ी शामिल होंगे. कोरोना वायरस के कारण चीन समेत छह देशों के खिलड़ियों ने प्रतियोगिता में शामिल होने से इनकार कर दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2020 6:47 AM

छह देशों के 70 खिलाड़ी नहीं होंगे शामिल

रांची : 15 और 16 फरवरी को रांची के मोरहाबादी मैदान में होनेवाले अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में दस की जगह चार देशों के ही खिलाड़ी शामिल होंगे. कोरोना वायरस के कारण चीन समेत छह देशों के खिलड़ियों ने प्रतियोगिता में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

जिन देशों ने इनकार किया हैं उनमें चीन, सिंगापुर, ब्रुनोई, मलेशिया, फिलीपींस और हांगकांग शामिल हैं. इन देशों के कुल 70 खिलाड़ियों को इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होना था. अब केवल चार देश श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव के ही 14 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हाेंगे. झारखंड एथलेटिक्स संघ की ओर से इसकी पुष्टि की गयी है.

300 खिलाड़ियों को आना था

पहली बार झारखंड को अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप की मेजबानी मिली है. इसमें 10 किमी से लेकर 50 किमी तक की प्रतियोगिता होगी. प्रतियोगिता में कुल 300 से अधिक खिलाड़ियों को शामिल होना था. छह देशों के इनकार के बाद अब अंतरराष्ट्रीय स्तर के केवल 14 खिलाड़ी ही प्रतियोगिता का आकर्षण होंगे. गुरुवार को सीएम को आयोजन की जानकारी दी गयी.

प्रतियोगिता के सफल आयोजन को लेकर गुरुवार को झारखंड एथलेटिक्स संघ के प्रेसिडेंट मधुकांत पाठक सहित अन्य ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की.

इधर चीन मेंदुनिया को चेताने वाले डॉक्टर की मौत

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के बारे में सबसे पहले आगाह करनेवाले डॉक्टर ली वेनलियांग की गुरुवार को इस महाबीमारी से मौत हो गयी. ली कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी देने वाले अन्य आठ व्हिसलब्लोअर में से एक थे. सरकार संचालित ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 34 वर्षीय ली ने इसके बारे में अन्य डॉक्टरों को सतर्क करने का प्रयास किया था. उन्होंने पिछले साल 30 दिसंबर को वुहान में पहला मामला सामने आने पर इस वायरस के बारे में रिपोर्ट दी थी. उन्होंने जब इससे आगाह किया था, तो वुहान पुलिस ने उन पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया था.