आम बजट से आम लोगों की उम्मीदें क्या है ?

रांची : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करेंगी. इस बजट से आम लोगों की उम्मीदें जुड़ी है. बजट में क्या सस्ता होगा और क्या महंगा. वित्त मंत्री के किन फैसलों का असर जेब पर पड़ेगा ? यह सारे सवाल बजट से पहले सबके मन में उठते हैं. प्रभात खबर डॉट कॉम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 29, 2020 12:29 PM

रांची : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करेंगी. इस बजट से आम लोगों की उम्मीदें जुड़ी है. बजट में क्या सस्ता होगा और क्या महंगा. वित्त मंत्री के किन फैसलों का असर जेब पर पड़ेगा ? यह सारे सवाल बजट से पहले सबके मन में उठते हैं.

प्रभात खबर डॉट कॉम ने बजट से पहले कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब आपसे जानने की कोशिश की. हमने बजट पर आम लोगों से सवाल किये. उनके मन की बात, इस बजट से उनकी उम्मीदें जानने की कोशिश की.

सड़क किनारे एक छोटी सी दुकान लगाने वाले हुसैन आलम कहते हैं, बजट से उम्मीद यही है कि जो जरूरी चीजें है वो सस्ती हों, सरकार हमारे जैसे लोगों के लिए कुछ करे. हम फूटपाथ पर दुकान लगाते हैं अगर सरकार हमारे रोजगार के लिए कुछ करेगी या कोई दुकान ही दे देगी जहां हम अपना कारोबार कर सकते हैं तो बेहतर होगा.
भरत कालिंदी प्राइवेट नौकरी करते हैं इस बजट से उन्हें उम्मीद है कि सरकार शिक्षा पर ज्यादा खर्च करेगी. भरत कहते हैं कि घर चलाना आसान हो सरकार कोई ऐसा फैसला ले. सरकार सभी तबकों को ध्यान में रखकर फैसला ले. मध्यम वर्ग के लोगों की स्थिति को विशेष ध्यान रखा जाए. युवाओं के लिए सरकार विशेष ध्यान दे उन्हें रोजगार दे.
दीपक कुमार सड़क किनारे भूंजा बेचते हैं. दीपक कहते हैं कि इस बजट से उम्मीद है कि खाद्य पदार्थ की कीमत पर लगाम लगे. गैस की कीमत पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए. शिक्षा में सरकार ज्यादा खर्च करे ताकि हमें अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए ज्यादा खर्चा ना करना पड़े.
जितेंद्र कुमार पाठक एनजीओ चलाते हैं. बजट पर कहते हैं कि टैक्स स्लैब में सरकार ने काफी छूट दिया है. अभी भी लोग अगर स्लैब में छूट की उम्मीद रखते हैं तो यह सात लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए. सरकार अच्छा काम कर रही है. महंगाई बढ़ने के बहुत सारे कारण होते हैं.
जब- जब चुनाव आता है तो महंगाई पर चर्चा होती है. इस बजट में सरकार को रोजगार पर ध्यान देना चाहिए. पढ़े लिखे युवा जिनमें क्षमता है उन्हें रोजगार मिलना चाहिए ऐसा नहीं है कि उन्हें सरकारी नौकरी ही मिले मेरा मानना है कि प्राइवेट सेक्टर पर भी लोगों को मौका मिलना चाहिए. सरकार युवाओं को ट्रेनिंग दे रही है रोजगार के लिए तैयार कर रही है.
श्रुति गुप्ता और सुप्रिया विद्यार्थी हैं दोनों मानती है कि इस बजट में सरकार को विद्यार्थियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. सुप्रिया मानती है कि सरकार को शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए. सरकार और अच्छे तकनीकी संस्थान खोलने चाहिए ताकि यहां के बच्चों को बाहर ना जाना पड़े. तकनीकी कोर्स की फी भी कम होनी चाहिए साथ ही नौकरी की भी गारंटी होनी चाहिए. श्रृति कहती हैं सबसे पहले तो पेट्रोल डीजल के दाम को कम करना चाहिए. इससे सारी चीजों पर असर पड़ता है मेरे जैसे कई विद्यार्थी हैं जो ऑटो से आते – जाते हैं. कपड़े की कीमत कम हो कॉसमेटिक की कीमत कम हो.

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