विधानसभा चुनाव परिणाम : झारखंड को हेमंत पसंद है, जानें रघुवर दास ने क्‍या कहा

महाकवि कालिदास ने ऋतुसंहारं में लिखा है हेमंत के आने पर कमल नहीं दिखायी देता महाकवि कालिदास के अमर ग्रंथ ऋतुसंहारं में छहों ऋतुओं का अनूठा वर्णन है. इसमें महाकवि कालिदास ने हेमंत ऋतु का वर्णन कुछ यूं किया है : नवप्रवालोद्रमसस्यरम्यः प्रफुल्लोध्रः परिपक्वशालिः। विलीनपद्म प्रपतत्तुषारोः हेमंतकालः समुपागता-यम्‌॥ अर्थ : हेमंत ऋतु में बीज अंकुरित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2019 6:27 AM
महाकवि कालिदास ने ऋतुसंहारं में लिखा है
हेमंत के आने पर कमल नहीं दिखायी देता
महाकवि कालिदास के अमर ग्रंथ ऋतुसंहारं में छहों ऋतुओं का अनूठा वर्णन है. इसमें महाकवि कालिदास ने हेमंत ऋतु का वर्णन कुछ यूं किया है :
नवप्रवालोद्रमसस्यरम्यः प्रफुल्लोध्रः परिपक्वशालिः।
विलीनपद्म प्रपतत्तुषारोः हेमंतकालः समुपागता-यम्‌॥
अर्थ : हेमंत ऋतु में बीज अंकुरित हो जाते हैं, धान पक कर कटने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन इस ऋतु में कमल नहीं दिखाई देता. खेत और सरोवर देख लोगों के दिल हर्षित हो जाते हैं.
पूर्ण बहुमत के साथ झारखंड की जनता ने हेमंत सोरेन के नेतृत्ववाली गठबंधन को सत्ता की चाबी सौंप दी है. इस बार का चुनाव परिणाम ऐतिहासिक है.
महागठबंधन के पक्ष में चली चुनावी बयार में बड़े राजनीतिक उलट-फेर हुए. कई दिग्गज चुनाव हार गये. कोल्हान में मुख्यमंत्री रघुवर दास की सीट के साथ ही सभी सीटें भाजपा हार गयी. दूसरी तरफ झामुमो ने अपने चुनावी इतिहास में अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है. पार्टी गठन से अब तक में झामुमो ने इस बार सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं. कांग्रेस ने भी अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए झामुमो को सत्ता तक ले जाने में बड़ी भूमिका निभायी. राजद ने भी खाता खोला.
यह मोदी जी की नहीं, मेरी हार है. लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है, इसलिए जनादेश का स्वागत करते हैं. हम अपनी हार का विश्लेषण करेंगे और कमियां खोजने का प्रयास करेंगे.
-रघुवर दास
मैं राज्य के मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट करता हूं. आज झारखंड के मतदाताओं के लिए उत्साह का दिन है, तो मेरे लिए राज्य की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए संकल्प लेने का दिन.
-हेमंत सोरेन

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