दो बच्चियों की हत्या मामला : दोनों बच्चियों के शवों के साथ सात घंटे तक प्रदर्शन, आरोपियों को फांसी देने की मांग

पिपरवार : पिपरवार में दो बच्चियों की हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर शनिवार को भी लोग सड़क पर उतरे. लोगों ने बचरा में बाजार व दुकानें बंद करायी. इसके बाद पिपरवार थाना चौक पर दोपहर करीब 11 बजे बच्चियों के शवों के साथ प्रदर्शन किया. करीब सात घंटे तक लोग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2019 12:58 AM

पिपरवार : पिपरवार में दो बच्चियों की हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर शनिवार को भी लोग सड़क पर उतरे. लोगों ने बचरा में बाजार व दुकानें बंद करायी. इसके बाद पिपरवार थाना चौक पर दोपहर करीब 11 बजे बच्चियों के शवों के साथ प्रदर्शन किया.

करीब सात घंटे तक लोग सड़क पर प्रदर्शन कर हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग करने लगे. इस दौरान कई बार भीड़ के उग्र हो जाने पर लाठी चार्ज की नौबत आयी. हालांकि टंडवा एसडीपीओ आशुतोष सत्यम ने धैर्यपूर्वक कई बार प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश की. लेकिन लोगों ने उनकी बात नहीं मानी.
बाद में चतरा एसडीओ राजीव कुमार व सिमरिया एसडीपीओ दीपक कुमार पिपरवार पहुंचे. उन्होंने शुक्रवार को हुए समझौते का हवाला देते हुए लोगों से आंदोलन खत्म करने की अपील की. इस पर लोगों ने पूर्व के समझौते की जानकारी नहीं होने की जानकारी देते हुए पुन: समझौते करने की बात कही.
अंतत: शुक्रवार को हुए समझौते पर ही सहमति बनी. इसके बाद शाम 6.30 बजे शवों को उठाया गया. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम : पिपरवार में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. रैप, सैप, सैट, आइआरबी व झारखंड पुलिस बल के जवान तैनात किये गये थे. महिला सुरक्षा बलों को भी लगाया गया था. इसके अलावा प्रतापपुर, जोरी, टंडवा व खलारी पुलिस भी पहुंची हुई थी.
नेताओं को आंदोलनकारियों ने बाहर का रास्ता दिखाया
आरोपियों को फांसी दिलाने की मांग कर रहे लोगों ने नेताओं को हस्तक्षेप नहीं करने दिया. लोगों ने कहा कि इस मामले में किसी की नेतागीरी नहीं चलेगी. जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे. वहीं पदाधिकारियों को भी परेशानी हो रही थी कि वह किससे बात करे. कभी बात होती भी थी, तो कुछ लोग बात नहीं सुनते थे. इसी मान मनौव्वल में कई घंटे बीत गये. अंत में कुछ बुद्धिजीवियों के हस्तक्षेप से वार्ता हुई और समझौते के बाद सहमति बनी.
आक्रोशित लोगों ने
दुकानें बंद करायी
पदाधिकारियों के आश्वासन
के बाद लोग माने
खलारी-डकरा में कैंडल मार्च निकाला गया

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