रांची : अगलगी मामले में अभी तक संवेदक की ओर से दर्ज नहीं करायी गयी प्राथमिकी

एफएसएल टीम द्वारा एकत्र सैंपल की हो रही है केमिकल जांच रांची : अगलगी के कारण हुई क्षति के बाद नये विधानसभा भवन में मरम्मत कार्य शनिवार को तेजी से शुरू कर दिया गया है. इस कार्य में संवेदक द्वारा दर्जनों मजदूरों के अलावा राजमिस्त्री से काम कराया जा रहा है. ताकि तय समय पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 7:40 AM
एफएसएल टीम द्वारा एकत्र सैंपल की हो रही है केमिकल जांच
रांची : अगलगी के कारण हुई क्षति के बाद नये विधानसभा भवन में मरम्मत कार्य शनिवार को तेजी से शुरू कर दिया गया है. इस कार्य में संवेदक द्वारा दर्जनों मजदूरों के अलावा राजमिस्त्री से काम कराया जा रहा है.
ताकि तय समय पर निर्माण कार्य को पूरा कर भवन संबंधित विभाग को सुपुर्द किया जा सके. बताया जा रहा है कि एक सप्ताह में संवेदक द्वारा काम को पूरा करने की कोशिश की जा रही है. हालांकि घटना को लेकर अभी तक किसी जांच एजेंसी द्वारा अपनी रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपी गयी है. न ही संवेदक द्वारा मामले में प्राथमिकी ही दर्ज करायी गयी है. हालांकि मामले में बिना जांच के संवेदक द्वारा काम कराये जाने पर एक अधिकारी ने बताया कि मामले में एफएसएल ने साक्ष्य संग्रह कर लिया है. ऐसे में निर्माण कार्य रोके जाने की वजह नहीं है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
नयी विधानसभा में ही नयी सरकार लेगी शपथ : सचिव
रांची. भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार ने कहा है कि चुनाव के बाद बनने वाली नयी झारखंड सरकार का शपथ ग्रहण समारोह नये विधानसभा भवन में ही होगा. श्री कुमार ने शुक्रवार को विधानसभा का निरीक्षण किया. उन्होंने आगजनी से हुए नुकसान की भरपाई की जानकारी ली. श्री कुमार ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर आग से हुई क्षति को दुरुस्त कर लिया जायेगा. विधानसभा भवन को पहले से भी बेहतर स्थिति में कर दिया जायेगा. उन्होंने संवेदक कंपनी मेसर्स रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर तेजी से काम करने का निर्देश दिया.
पुलिस को एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार, फायर डिपार्टमेंट ने भी गृह विभाग को नहीं सौंपी है रिपोर्ट
शॉर्ट सर्किट से आग लगने की वजह आ रही है सामने
रांची : नगड़ी थाना क्षेत्र के कुटे में बने नये विधानसभा भवन में लगी आग की वजह की प्रारंभिक जांच पूरी हो गयी है. फायर डिपार्टमेंट और एपएसएल की अब तक की जांच में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रही है. कहा जा रहा है कि इंटेलीजेंस बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम के लिए किये गये वायरिंग में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी. हालांकि घटना के बाद मौके पर पहुंचकर एफएसएल की टीम ने सैंपल एकत्र किया था, जिसकी केमिकल जांच की जा रही है. इसमें यह देखा जायेगा कि कहीं आग लगाने में किसी ज्वलनशील पदार्थ का उपयोग तो नहीं किया गया है. हालांकि मामले में शुक्रवार को भी संवेदक की ओर से प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है. फायर डिपार्टमेंट की ओर से भी गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपे जाने की खबर नहीं है. ऐसे में एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही यह क्लियर होगा कि आग लगने की असली वजह क्या है.
विधानसभा की रिपेयरिंग कर सबूत मिटाये जा रहे हैं : झामुमो
रांची : झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विधानसभा अग्निकांड के बाद तत्काल रिपेयरिंग का काम आरंभ कर सबूत मिटाने का काम किया जा रहा है. झामुमो कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए श्री भट्टाचार्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के दो दिनों के बाद कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं होना इस बात को दर्शाता है कि भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जिम्मेवार पदाधिकारियों को बचाने के लिए काम किया जा रहा है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि उस अग्निकांड को इस प्रकार अंजाम दिया गया कि बिल्डिंग के चार कोनों के चार स्पॉटों पर एक साथ आगजनी शुरू हुई.
शार्ट सर्किट से ये कैसे संभव हो सकता है. इस मामले में एआइआर तक दर्ज नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग का पक्ष आया है कि हमने 12 तारीख को उनको फायर क्लीयरेंस कंडीशनल दिया था. तो नगर निगम बताये कि बिल्डिंग का कंपलीशन सर्टिफिकेट 11 तारीख को कैसे दे दिया था. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि यह रघुवर सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को साफ दर्शाता है. उन्होंने कहा कि राज्य में अाचार संहिता प्रभावी है.
पर यहां का मुख्यालय योजनाओं के सर्वेक्षण का काम कर रहा है. नयी योजनाओं पर रोज इसकी मीटिंग मंत्रालय में हो रही है. जिलों में प्रशासनिक पदाधिकारी सरकार के पक्ष में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से अधिकारियों के आचरण की समीक्षा की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से इस अग्निकांड पर न्यायिक जांच समिति गठित करने की मांग की गयी थी. पर वहां रिपेयरिंग का काम शुरू कर दिया गया, जो सबूतों को मिटाने का काम है.

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