दरक गया भाजपा-आजसू का 19 वर्षों का रिश्‍ता : सुदेश ने कहा, 26 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव, माथुर ने कहा, हमने नौ सीटें छोड़ रखी हैं

रांची : राज्य गठन के बाद से भाजपा-आजसू के 19 वर्षों के रिश्ते आखिरकार दरक गये हैं. झारखंड में एनडीए को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बातचीत कर रहा था. जबकि, सुदेश कदम-दर-कदम अकेले चुनाव लड़ने की राह पर बढ़ते रहे. बदलते घटनाक्रम के बीच आजसू एक के बाद एक भाजपा की सीटों पर प्रत्याशी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2019 8:29 AM
रांची : राज्य गठन के बाद से भाजपा-आजसू के 19 वर्षों के रिश्ते आखिरकार दरक गये हैं. झारखंड में एनडीए को लेकर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बातचीत कर रहा था. जबकि, सुदेश कदम-दर-कदम अकेले चुनाव लड़ने की राह पर बढ़ते रहे. बदलते घटनाक्रम के बीच आजसू एक के बाद एक भाजपा की सीटों पर प्रत्याशी उतारती रही. और अब आजसू ने 26 सीटों पर चुनाव की तैयारी का एलान कर दिया है. वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह विधानसभा प्रभारी ओम माथुर ने झारखंड में एनडीए के टूटने के सवाल पर कहा कि भाजपा ने अब भी नौ सीटों खाली रखी हैं, अब उनको (आजसू) को देखना है.
इधर, गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु को भी आजसू में शामिल करा लिया गया. उन्हें घाटशिला से टिकट दिया जायेगा. आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा : मैं दलीय दायित्व को पूरा कर रहा हूं. मेरे कार्यकर्ता उत्साहित हैं. पार्टी में शामिल होनेवालों के आवेदन आ रहे हैं. यह सिलसिला जारी रहेगा. उन्होंने कहा : पहले चरण के लिए 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर पहला चैप्टर क्लोज कर दिया है. इसके आगे का चैप्टर खुला है.
पार्टी ने 26 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की थी. इसमें महत्वपूर्ण 17 सीटों की सूची भाजपा केंद्रीय नेतृत्व को दी गयी थी. श्री महतो ने एक बार फिर दोहराया कि मैंने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की बात की थी.
आजसू ने सीटें लिख कर दी थी, उनके हाथ के लिखे कागज भी हैं : आजसू से सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनने के सवाल पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह विधानसभा प्रभारी ओम माथुर ने कहा : हमारी सूची को गौर देखें. पार्टी ने अपना चैप्टर खुला रखा है. प्रभारी ने कहा कि एक तरफ कहने से नहीं चलेगा.
एक सवाल के जवाब में श्री माथुर ने कहा कि कॉमन मीनिमम प्रोग्राम सरकार बनने के बाद तय होता है. कॉमन एजेंडा पहले बनता है. श्री माथुर ने कहा कि आजसू ने अपनी सीटें लिख कर दी थी. उनको बताया गया कि हम इससे आगे नहीं जा सकते. अब भी उनकी नौ सीटें छोड़ रखी हैं.

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