रांची : जुर्माना नहीं देने पर निगम की टीम ने मुर्गे जब्त किये

रांची : रिम्स के डेंटल कॉलेज में हुए घोटाले की जांच ने रफ्तार पकड़ ली है. स्वास्थ्य विभाग की टीम के बाद अब महालेखाकार की कमेटी इस मामले की जांच करेगी. भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग की टीम मंगलवार को डेंटल कॉलेज में हुई उपकरणों की खरीद का ऑडिट करने के लिए रिम्स पहुंच […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2019 9:27 AM
रांची : रिम्स के डेंटल कॉलेज में हुए घोटाले की जांच ने रफ्तार पकड़ ली है. स्वास्थ्य विभाग की टीम के बाद अब महालेखाकार की कमेटी इस मामले की जांच करेगी. भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग की टीम मंगलवार को डेंटल कॉलेज में हुई उपकरणों की खरीद का ऑडिट करने के लिए रिम्स पहुंच रही है. इस टीम का नेतृत्व डिप्टी सीएजी (कंट्रोलर एंड ऑडिट जनरल ऑफ इंडिया) के अधिकारी कर रहे हैं.
आरोप है कि रिम्स प्रबंधन की क्रय समिति और तत्कालीन अधिकारियों ने डेंटल कॉलेज के लिए बाजार मूल्य से ज्यादा कीमत पर उपकरणों और डेंटल वैन की खरीद की थी. जिस डेेंटल चेयर की कीमत चार लाख रुपये थी, उसे तीनगुना कीमत में खरीदा गया. वहीं, मोबाइल डेंटल वैन की कीमत मुश्किल से 40 उसे 50 लाख थी उसे एक करोड़ से ज्यादा में खरीदा गया. मामले की जानकारी होने पर तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव निधि खरे ने जांच के लिए विभाग की कमेटी गठित की थी. जांच में भारी गड़बड़ी पकड़ में आयी थी. महालेखाकार की ऑडिट टीम जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी.
प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी खबर
रिम्स के डेंटल कॉलेज में बाजार मूल्य से ज्यादा पर उपकरणों और डेंटल वैन की खरीद की खबर प्रभात खबर ने सबसे पहले पांच दिसंबर 2018 को प्रकाशित की थी. मामला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव ने जांच के आदेश दिये थे.

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