झारखंड सरकार करा रही है टाइम यूज सर्वे, हाउस वाइफ से पूछे जा रहे सवाल, कैसे व किस तरह रखती हैं घर का ख्याल

बिपिन सिंह रांची : सरकार टाइम यूज सर्वे करा रही है, जिसके तहत राज्य के गांव-गांव में जाकर गृहिणियों से हर आधे घंटे पर पूछा जा रहा है कि वह अपनी दिनचर्या कैसे बिताती हैं. कैसे और किस तरह से परिवार और समाज को सपोर्ट दे रही हैं. पति और बच्चों का ख्याल कैसे रखती […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 12, 2019 7:31 AM
बिपिन सिंह
रांची : सरकार टाइम यूज सर्वे करा रही है, जिसके तहत राज्य के गांव-गांव में जाकर गृहिणियों से हर आधे घंटे पर पूछा जा रहा है कि वह अपनी दिनचर्या कैसे बिताती हैं. कैसे और किस तरह से परिवार और समाज को सपोर्ट दे रही हैं.
पति और बच्चों का ख्याल कैसे रखती हैं. कितना बचत करती हैं. सरकार का मकसद पुरुषों की तरह महिलाओं की श्रम शक्ति का आकलन कर उन आंकड़ों को जीडीपी में शामिल करना है. प्रधानमंत्री कार्यालय और नीति आयोग के उपाध्यक्ष की उच्च स्तरीय टास्क फोर्स की पहल पर नेशनल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन (एनएसओ) इस काम को कर रहा है.
249 जगहों पर हो रहा सर्वेक्षण: राज्य में 249 जगहों पर सर्वेक्षण किया जा रहा है. गांव व शहर में रह रहे 3486 परिवारों को शामिल किया गया है. रांची जिले में मांडर, इटकी, लापुंग सहित 23 गांव जबकि शहरी क्षेत्र के 15 ब्लॉक में सर्वे हो रहा है. वहीं, देवघर के मोहनपुर ब्लॉक, बहरामपुर, मार्गोमुंडा, चितनारी, सिमडेगा के लचरागढ़, लोहरदगा के कुड़ू, जोनजरो, खूंटी के फुद्दी में घर-घर जाकर सवाल पूछे जा रहे हैं.
एनएसओ इन आंकड़ों को केंद्र सरकार से साझा करेगा. सार्वजनिक होने के बाद विश्व बैंक, यूनाइटेड नेशन, यूनिसेफ सहित कल्याणकारी कार्यों में लगी अन्य अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ ही वैश्विक स्तर पर इन आंकड़ों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के निजी उपयोग के लिए भी साझा किया जा सकेगा.
क्या पूछे जा रहे हैं सवाल : सर्वे में घरेलू व कामकाजी महिलाओं से उनकी दिनचर्या पर हर आधे घंटे पर उनकी बचत, पहनावा, जरूरतें, इच्छा और लाइफ स्टाइल से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं. इसमें कृषक परिवारों के आर्थिक क्रियाकलापों से आनेवाली आय के आंकड़ों को भी जुटाया जा रहा है. अमेरिका और ब्रिटेन की तर्ज पर सरकार पहली बार सर्वे करा रही है.

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