रांची : अब स्लॉटर हाउस में किया जायेगा शहर के मृत मवेशियों का डिस्पोजल

बंद पड़े स्‍लॉटर हाउस को शुरू करने की तैयारी, नया प्लान बना रांची : पिछले छह माह से बंद पड़े स्लॉटर हाउस में अब शहर में मृत पशुओं का डिस्पोजल किया जायेगा. स्लॉटर हाउस में बने रेंडरिंग प्लांट में इन पशुओं के अवशेषों को नष्ट कर इससे निकली जरूरी सामग्री (चमड़ा, हड्डी ) को अलग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 13, 2019 9:37 AM
बंद पड़े स्‍लॉटर हाउस को शुरू करने की तैयारी, नया प्लान बना
रांची : पिछले छह माह से बंद पड़े स्लॉटर हाउस में अब शहर में मृत पशुओं का डिस्पोजल किया जायेगा. स्लॉटर हाउस में बने रेंडरिंग प्लांट में इन पशुओं के अवशेषों को नष्ट कर इससे निकली जरूरी सामग्री (चमड़ा, हड्डी ) को अलग किया जायेगा. अलग करने के बाद इन चीजों को देश के विभिन्न कोनों में एक्सपोर्ट किया जायेगा.
इधर, लंबे समय से बंद पड़े इस स्लाॅटर हाउस का जायजा मंगलवार को नगर आयुक्त मनोज कुमार ने लिया. इस दौरान उन्होंने निगम के अधिकारियों व स्लॉटर हाउस के संचालनकर्ता को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द इसकी व्यवस्था को पटरी पर लाया जाये.
फिलहाल झिरी में फेंकते हैं मृत पशुओं का शव
नगर निगम द्वारा शहर के मृत पशुओं को झिरी में फेंका जाता है. इससे झिरी के पूरे इलाके में हर वक्त बदबू फैली रहती है. स्थानीय लोग समय-समय पर इसका विरोध करते रहे हैं. इसलिए निगम ने अब शहर के मृत पशुओं को कांके स्थित स्लॉटर हाउस में भी डिस्पोज करने का निर्णय लिया है.
एक्सपोर्ट किया जायेगा खस्सी व बकरी का मीट
स्लॉटर हाउस का मामला हाइकोर्ट में लंबित होने के कारण शहर की मीट दुकानों के लिए स्लॉटर हाउस से मीट खरीदना अनिवार्य नहीं हुआ है. लेकिन, अब यहां से खस्सी, बकरा और बकरी को काट कर इसके मीट को अन्य राज्यों में एक्सपोर्ट किया जायेगा. स्लाॅटर हाउस का संचालन करनेवाली एजेंसी ने की इसकी पूरी तैयारी कर ली है.
18 करोड़ रुपये की लागत से कांके में बना है स्लॉटर हाउस
कांके में रांची नगर निगम द्वारा 18 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक स्लॉटर हाउस का निर्माण कराया गया था. उदघाटन के तीन माह तक इसका संचालन केवल नाम मात्र के लिए हुआ. उसके बाद अगस्त माह से यह स्लॉटर हाउस पूरी तरह से बंद है. इस वजह से यहां की मशीनों में भी जंग लगना शुरू हो गया है.

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