रांची : रद्दी नोट जमा करने के बाद डॉक्टरों ने कमाई ज्यादा दिखा भरा इनकम रिटर्न

दो डॉक्टरों के ठिकानों पर जारी सर्वे के दौरान हुआ खुलासा रांची : 500 और 1000 के नोट को रद्दी घोषित करने के बाद डॉक्टर रमा शर्मा और प्रेम कुमार ने अपनी-अपनी आमदनी ज्यादा दिखाते हुए आयकर रिटर्न दाखिल किया. इन दोनों डॉक्टरों के ठिकानों पर जारी सर्वे के दौरान जांच पड़ताल में इस बात […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2019 8:20 AM
दो डॉक्टरों के ठिकानों पर जारी सर्वे के दौरान हुआ खुलासा
रांची : 500 और 1000 के नोट को रद्दी घोषित करने के बाद डॉक्टर रमा शर्मा और प्रेम कुमार ने अपनी-अपनी आमदनी ज्यादा दिखाते हुए आयकर रिटर्न दाखिल किया. इन दोनों डॉक्टरों के ठिकानों पर जारी सर्वे के दौरान जांच पड़ताल में इस बात की जानकारी मिली है.
डॉ रमा शर्मा द्वारा पहले सालाना 10-15 लाख की आमदनी दिखाते हुए आयकर रिटर्न दाखिल किया जाता था. हालांकि नोटबंदी के दौरान 20 लाख रुपये के पुराने नोट को बैंक में जमा करने के बाद उन्होंने आयकर रिटर्न में 25 लाख रुपये से अधिक आय को दिखाना शुरू किया. जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली है कि उन्होंने ठाकुर गांव में दयानंद अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर के भवन में बड़ी रकम निवेश की है.
रमा नर्सिंग होम में डिलेवरी के लिए 25-30 हजार और अल्ट्रासोनोग्राफी के लिए 800 रुपये प्रति मरीज की दर से लिया जाता है. नर्सिंग होम में आनेवाले मरीजों और उनसे ली जानेवाली फीस के हिसाब से रमा नर्सिंग होम की आमदनी सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है.
वहीं, रांची यूरोलॉजी सेंटर के संचालक डॉ प्रेम कुमार भी पहले 20-50 लाख रुपये तक की आमदनी दिखाते हुए आयकर रिटर्न दाखिल करते थे. उन्होंने भी नोटबंदी के दौरान बैंक में 50 लाख रुपये से अधिक जमा किये.
इसके बाद उन्होंने भी अपनी अामदनी ज्यादा दिखानी शुरू की. साथ ही एक से डेढ़ करोड़ रुपये तक की आमदनी दिखाते हुए रिटर्न दाखिल करना शुरू किया. आयकर अधिकारियों द्वारा जारी जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली है कि वह प्रति मरीज ऑपरेशन के लिए औसतन 40 हजार और जांच के लिए दो हजार रुपये लेते हैं.
आयकर अधिकारियों द्वारा मरीजों की संख्या और उनसे वसूली जानेवाली फीस के हिसाब से रांची न्यूरोलॉजी सेंटर की सालाना आमदनी चार करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान लगाया गया है.

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