रांची : भारत-पाक युद्ध के हीरो की मदद के लिए उठे कई हाथ, निदेशालय भी आया आगे

रांची : 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध के हीरो मनसिद्ध कंडुलना(69 वर्ष) की मदद के लिए कई संगठन सामने आये हैं. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद राज अस्पताल भी उस युद्धवीर की मदद करने को तैयार हो गया़ सैनिक निदेशालय भी उनकी मदद के लिए आगे आया है़ राज अस्पताल प्रबंधन द्वारा मनसिद्ध […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2019 8:29 AM

रांची : 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध के हीरो मनसिद्ध कंडुलना(69 वर्ष) की मदद के लिए कई संगठन सामने आये हैं. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद राज अस्पताल भी उस युद्धवीर की मदद करने को तैयार हो गया़ सैनिक निदेशालय भी उनकी मदद के लिए आगे आया है़

राज अस्पताल प्रबंधन द्वारा मनसिद्ध कंडुलना व उनकी सेवा कर रहे परिजन को खाना नि:शुल्क देने का जिम्मा लिया गया है़ मनसिद्ध कंडुलना जब तक भरती रहेंगे, उनसे खाने का पैसा अस्पताल प्रबंधन नहीं लेगा़ खाना के लिए लिये गये 1500 रुपये सिक्युरिटी मनी भी अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें वापस कर दिया है़ गौरतलब है कि सेवानिवृत्ति के बाद उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गयी है.

दाहिने पैर कटे होने के कारण वह किसी प्रकार की मेहनत का काम करने में भी असमर्थ हैं. इधर, बीमार पड़ने के बाद उनके परिवार की स्थिति दयनीय हो गयी है. उनके पुत्र का भी कुछ दिन पहले देहांत हो गया है.

उनकी तीन पोतियों व बहू के खर्च का जिम्मा भी उन्हीं पर आ गया है. पुत्र के देहांत के बाद मनसिद्ध कंडुलना का भूतपूर्व सैनिकों का संगठन वेटरन इंडिया झारखंड चैप्टर के जिला अध्यक्ष उमेश सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने काफी मदद की़ समाचार प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को सिख युवा ग्रुप ने आर्थिक सहायता की. कई लोग उनसे मिलने भी पहुंचे. लोगों ने कहा कि देश के सच्चे हीरो को हर हालत में सम्मान मिलना ही चाहिए़

सैनिक कल्याण निदेशालय देगा दो लाख

मनसिद्ध कंडुलना से मिलने सैनिक बाजार स्थित सैनिक कल्याण निदेशालय के पदाधिकारी पीके सिंह भी पहुंचे़ इनके सारे कागजात ले गये़ शीघ्र ही सारी कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें दो लाख रुपये दिये जायेंगे.

निदेशालय की ओर से ट्राइसाइकिल अथवा व्हील चेयर भी उन्हें उपलब्ध कराया जायेगा़ गौरतलब है कि सैनिक कल्याण निदेशालय वीर नारियों व सेवानिवृत्त सैनिकों की हमेशा मदद करता रहता है़ अभी कुछ दिन पहले भी सैनिक निदेशालय द्वारा वीर नारियों व सैनिकों की मदद की गयी थी़

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