रांची : लाउस्पीकर और होर्डिंग से बना रहे माहौल, पर कचरे से अटी हैं गलियां

रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 शुरू हो चुका है. इस प्रतियोगिता में राजधानी रांची को बेहतर रैंक दिलाने के लिए शहर भर में जगह-जगह होर्डिंग लगाये गये हैं. कचरा ढोनेवाले वाहनों में लाउडस्पीकर से स्वच्छता के जिंगल बज रहे हैं. लोगों से अपील की रही है कि वे सूखा और गीला कचरा अलग रखें. शहर को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 9:51 AM
रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 शुरू हो चुका है. इस प्रतियोगिता में राजधानी रांची को बेहतर रैंक दिलाने के लिए शहर भर में जगह-जगह होर्डिंग लगाये गये हैं. कचरा ढोनेवाले वाहनों में लाउडस्पीकर से स्वच्छता के जिंगल बज रहे हैं.
लोगों से अपील की रही है कि वे सूखा और गीला कचरा अलग रखें. शहर को साफ करने में नगर निगम का सहयोग करें. इस काम में भी लाखों रुपये खर्च किये जा रह हैं. कुल मिलाकर ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जैसे रांची नगर निगम चंद दिनों में ही राजधानी को साफ और स्वच्छ बना देगा.
हालांकि, धरातल पर हकीकत कुछ और ही है. सफाई व्यवस्था सुधरने के बजाय दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. हालत यह है कि डोर-टू-डोर कचरा उठाव भी नियमित रूप से नहीं हो रहा है. नतीजतन, लोग घरों में लंबे समय से जमा कचरे को सड़कों के किनारे और नालियों में फेंकने को विवश हैं.
नियमित सफाई नहीं होने से नालियां जाम हैं और गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है. वहीं, जगह-जगह कचरे के ढेर पर आवारा पशु मंडराते दिख रहे हैं. यह समस्या न केवल उन इलाकों में है, जिनमें सफाई का जिम्मा रांची नगर निगम का है, बल्कि उन इलाकों में भी सफाई व्यवस्था बेहद खराब है, जहां रांची एमएसडब्ल्यू सफाई कार्य कर रही है.
सफाई पर हर माह तीन करोड़ से अधिक का खर्च
राजधानी में 53 वार्ड हैं, जिनकी सफाई व्यवस्था पर रांची नगर निगम हर महीने तीन करोड़ रुपये खर्च करता है. इसके तहत शहर के 33 वार्डों में सफाई कर रही एस्सेल इंफ्रा पर जहां रांची नगर निगम प्रतिमाह 75-80 लाख का भुगतान कर रहा है. वहीं, अपने संसाधनों से शहर के 20 वार्डों में सफाई कर रही निगम को हर माह सफाई के एवज में दो से ढाई करोड़ की राशि खर्च करनी पड़ रही है.
प्रमुख सड़कें चकाचक, गलियों में कचरे का अंबार
शहर की प्रमुख सड़कों से कचरे का उठाव तो नियमित रूप से किया जा रहा है, लेकिन गलियों की हालत खराब है. जिन क्षेत्राें में कचरे का ढेर लगा हुआ है, उसमें विद्यानगर, गंगानगर, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, किशोरगंज, मधुकम, इंद्रपुरी, कोकर तिरिल बस्ती, कृष्णापुरी, मौलाना आजाद कॉलोनी, कर्बला चौक, इस्लाम नगर, हिंदपीढ़ी, बड़गाईं, चेशायर होम रोड, न्यू नगर, बांधगाड़ी आदि शामिल हैं.

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