नामकुम : सरकार की उपलब्धि हर घर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी

विकास के लिए चलता है…की मनोवृत्ति त्यागनी होगी नामकुम : जहां पूरा विश्व सस्टेनबल डेवलपमेेंट यानी सतत विकास के लक्ष्यों के निर्धारण के बाद अपनी विकास योजनाओं को लागू कर रहा है वहीं भारत में भी नीति आयोग के निर्देशन में इसी दिशा में काफी काम हो रहा है. झारखंड में इस दिशा में किये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 19, 2018 9:23 AM
विकास के लिए चलता है…की मनोवृत्ति त्यागनी होगी
नामकुम : जहां पूरा विश्व सस्टेनबल डेवलपमेेंट यानी सतत विकास के लक्ष्यों के निर्धारण के बाद अपनी विकास योजनाओं को लागू कर रहा है वहीं भारत में भी नीति आयोग के निर्देशन में इसी दिशा में काफी काम हो रहा है.
झारखंड में इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों की असली तस्वीर सामने लाने में वर्ल्ड बैंक के सीनियर कंसल्टेंट विनय पटनायक व केजरीवाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट स्टडीज ने सराहनीय भूमिका निभायी है.
नामकुम के कुटियातु पंचायत के गांव तेतरी पर आधारित इस रिपोर्ट इज तेतरी ऑन रोड टू सस्टेनबल डेवलपमेंट में सतत विकास के 12 लक्ष्यों के तात्कालिक प्रभावों व उनकी वर्तमान स्थिति को दर्शाया गया है. मंगलवार को संस्थान में आयोजित एक परिचर्चा में श्री पटनायक ने बताया कि सरकार व ग्रामीणों के मन में जब तक चलता है…वाली मनोवृत्ति रहेगी, विकास के लिए कोई भी कदम काफी नहीं होंगे. इस रिपोर्ट के माध्यम से सामुदायिक स्तर पर लोगों में चेतना लाना सबसे बड़ी जरूरत है.
जब तक लोग इन मूल्यों को नहीं समझेंगे तब तक समाज, राष्ट्र व विश्व का कल्याण संभव नहीं हैं. संस्थान के निदेशक दिवाकर पांडेय ने बताया कि रिसर्च रिपोर्ट में मुख्यत: खाद्य सुरक्षा, रोजगार, गरीबी हटाने के प्रयास, स्वास्थ्य, महिलाओं के हक व अधिकार, पेयजल, शिक्षा, ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण, शांति तथा सतत विकास में साझेदारी जैसे लक्ष्यों पर शोध किया गया है. सरकार द्वारा भले ही एक से बढ़ कर एक कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही हैं पर लोगों में जागृति लाना बहुत जरूरी है. लोग सामुदायिक सोच के तहत आगे बढ़ें तो हर समस्या के लिए सरकार पर उनकी निर्भरता स्वत: कम होती चली जायेगी.

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