रांची : लाठीचार्ज के खिलाफ माले ने राजभवन के समक्ष धरना दिया, कहा पारा शिक्षक नहीं, सरकार गुंडागर्दी पर उतर आयी है

रांची : पारा शिक्षकों, पत्रकारों और रसोइयों पर लाठीचार्ज के खिलाफ माले ने मंगलवार को राजभवन के सामने धरना दिया. पार्टी के विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि पारा शिक्षक नहीं सरकार गुंडागर्दी पर उतर आयी है. पारा शिक्षकों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए. पत्रकारों, पारा शिक्षकों और रसोइयों पर लाठ चार्ज के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 21, 2018 6:15 AM
रांची : पारा शिक्षकों, पत्रकारों और रसोइयों पर लाठीचार्ज के खिलाफ माले ने मंगलवार को राजभवन के सामने धरना दिया. पार्टी के विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि पारा शिक्षक नहीं सरकार गुंडागर्दी पर उतर आयी है. पारा शिक्षकों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए. पत्रकारों, पारा शिक्षकों और रसोइयों पर लाठ चार्ज के दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए. ऐसा नहीं होने से पार्टी विधानसभा में भी सरकार को चैन से नहीं रहने दी. राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने कहा की जनता के मुद्दे और मानदेय के सवाल पर मोदी और रघुवर दोनों के मुंह बंद हैं.
फिजूलखर्ची और फालतू के मुद्दे पर सरकार बहस चला रही है. पूर्व विधायक विनोद कुमार, एक्टू के प्रदेश महासचिव शुभेंदु सेन कहा कि सरकारी चौपाल से जनता गायब है. दो महीने में तीन बार गोली चलाने और लोकतांत्रिक अधिकारों को छिनने में सरकार लगी है.
इस मौके पर भुवनेश्वर केवट, अजीत प्रजापति, देवंती बरला, भूनेश्वर बेदिया, बशीर अहमद, सुभाष मंडल, रामचरित्र शर्मा, महादेव मांझी, एति तिर्की, बुधुवा उरांव, एलिसब्बा एक्का, हीरा गोप, नौरीन अख्तर, सीमा गुप्ता, सुदामा खलखो ने विचार रखा.

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