रांची : चड्ढा और संदीप ने 5.85 करोड़ की अघोषित संपत्ति मानी

रांची : रांची के दो अार्किटेक्टों ने 5.85 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति की बात स्वीकारी है. आयकर सर्वे के दौरान चड्ढा एंड एसोसिएट के राजीव चड्ढा ने अपने पास 4.60 करोड़ रुपये और अार्किटेक्ट संदीप ने अपने पास 1.25 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार की है. प्रधान आयकर आयुक्त आरएन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 5, 2018 7:12 AM
रांची : रांची के दो अार्किटेक्टों ने 5.85 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति की बात स्वीकारी है. आयकर सर्वे के दौरान चड्ढा एंड एसोसिएट के राजीव चड्ढा ने अपने पास 4.60 करोड़ रुपये और अार्किटेक्ट संदीप ने अपने पास 1.25 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार की है. प्रधान आयकर आयुक्त आरएन सहाय के मार्गदर्शन में हुए इस सर्वे से सरकार को दो करोड़ रुपये टैक्स के रूप में मिलेंगे.
पहली बार जांच के दायरे में : आयकर विभाग द्वारा पहली बार रांची में आर्किटेक्टों द्वारा टैक्स चोरी के मामलों की जांच की गयी. इसके लिए आयकर विभाग ने राज्य सरकार की बड़ी परियोजनाओं में अपनी सेवा देनेवाले आर्किटेक्ट और उन्हें किये गये भुगतान का ब्योरा जुटाया. इस ब्योरे की जांच पड़ताल के बाद पाया गया कि राजीव चड्ढा ने पिछले तीन साल के दौरान अपने फर्म का टर्नओवरकम दिखाया.
सूत्रों के अनुसार 2016-17 में इस फर्म ने करीब दो करोड़ रुपये का टर्न ओवर दिखाया था. हालांकि 2018-19 में करीब 1.45 करोड़ रुपये दिखाया.
संदीप झा के आंकड़ों पर आयकर विभाग को संदेह : आयकर विभाग के अधिकारियों ने आलोच्य अवधि में भवनों के निर्माण के साथ टर्न ओवर की तुलनात्मक अध्ययन करने का बाद चड्ढा एसोसिएट द्वारा टैक्स चोरी करने का अनुमान किया. इसी तरह संदीप झा के मामले में यह पाया गया कि उन्होंने भी अपनी वास्तविक आमदनी छिपायी है. सूत्रों के अनुसार संदीप झा की ओर से 2018-19 में एक्सिस नामक फर्म का टर्न ओवर करीब एक करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 33 लाख रुपये के अधिक बताया गया.
इस ब्योरे पर संदेह होने के बाद आयकर संयुक्त आयुक्त निशा उरांव और सहायक आयुक्त प्रदीप डुंगडुंग के नेतृत्व में दोनों आर्किटेक्ट के ठिकानों पर सर्वे शुरू किया गया. आयकर अधिकारियों ने राजीव चड्ढा द्वारा बतायी गयी अघोषित संपत्ति की बात को स्वीकार कर लिया है. हालांकि संदीप झा द्वारा बतायी गयी अघोषित संपत्ति के आंकड़ों के संदेहास्पद मानते हुए आगे की जांच जारी रखने का फैसला किया है.

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