झारखंड : यहां नवरात्रि में पंडाल तो बनता है लेकिन प्रतिमा नहीं बैठाई जाती….जानें क्‍या है मान्‍यता

रांची : झारखंड सशस्त्र पुलिस (जैप वन) में सैनिक सम्मान के साथ कलश स्थापना की जायेगी़ यहां सबसे बड़ी खासियत है कि मां भवानी की प्रतिमा की जगह कलश स्थापित किया जाता है. इसी कलश पर मां का आह्वान किया जाता है. पूरे नौ दिनों तक कलश की रक्षा के लिए जैप की एक कंपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2017 12:48 PM
रांची : झारखंड सशस्त्र पुलिस (जैप वन) में सैनिक सम्मान के साथ कलश स्थापना की जायेगी़ यहां सबसे बड़ी खासियत है कि मां भवानी की प्रतिमा की जगह कलश स्थापित किया जाता है. इसी कलश पर मां का आह्वान किया जाता है. पूरे नौ दिनों तक कलश की रक्षा के लिए जैप की एक कंपनी तैनात रहती है़
इस बार यहां दशहरा सादगी के साथ मनाया जायेगा़ पंडित सहदेव उपाध्याय ने बताया कि सभी तैयार पूरी कर ली गयी है़ 60 महिलाएं कलश की स्थापना करेंगी़ बीच घेरे में मां भगवती का कलश बैठाया जायेगा़ नवरात्र तक दुर्गा सप्तशती का पाठ करेंगी और उपवास रखेंगी़ यहां 60 किलो जावा का रोपण किया जायेगा़ 60 कलश पर अखंड दीप प्रज्ज्वलित रहेगा. यहां बलि देने की परंपरा आज भी कायम है़
विशेष हवन
27 सितंबर को दिन के एक बजे से हवन, 28 सितंबर को गुरुवार को रात नौ बजे से हवन और 29 सितंबर को दिन के 1:30 बजे से विशेष हवन होगा़ अष्टमी (संध्या सात बजे) को सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी. वहीं प्रात: कालीन पूजा पाठ सात से 10.30 बजे तक, संध्याकालीन पूजा कथा छह बजे से और संध्या आरती शाम सात बजे से होगी.
सलामी दी जायेगी
जैप समादेष्टा कुसुम पुनिया के अनुसार कलश स्थापना के बाद जैप जवानों की ओर से सलामी पेश की जायेगी़ यह सलामी महा सप्तमी, अष्टमी, नवमी और दशमी को विसर्जन शोभा यात्रा निकालने के समय और तालाब में कलश विसर्जन के समय दी जायेगी़