सुचिता मिलेनियम प्रोजेक्ट में हुई चोरी का खुलासा, चार अपराधी गिरफ्तार
सुचिता मिलेनियम प्रोजेक्ट में हुई चोरी का खुलासा, चार अपराधी गिरफ्तार
:::कंपनी के कर्मचारी ने योजना बना कर चोरी की घटना को दिया अंजाम :::प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसडीपीओ ने दी जानकारी, जेनरेटर सहित वाहन बरामद :::विशेष जांच दल का गठन कर अपराधियों को किया गया गिरफ्तार गोला. गोला थाना क्षेत्र के ब्राह्मण सगातू स्थित सुचिता मिलेनियम प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड से चोरी हुए डीजी जेनरेटर मामले का खुलासा गोला पुलिस ने 36 घंटे में कर लिया. इसमें चोरी की घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार करने के साथ पुलिस ने चोरी के जेनरेटर व एक टाटा मैजिक वाहन को भी बरामद किया है. इसकी जानकारी रविवार को गोला थाना में एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चोरी के जेनरेटर और टाटा मैजिक वाहन को बरामद कर लिया है. गिरफ्तार सभी आरोपी अलग-अलग थाना क्षेत्रों से संबंध रखते हैं. जानकारी के अनुसार, इस संबंध में ब्राह्मण सगातु स्थित सुचिता मिलेनियम प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के एकाउंटेंट प्रणव बिहारी ने गोला थाना में शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें कहा गया था कि दो अक्तूबर की शाम ब्राह्मण सगातु स्थित सुचिता मिलेनियम प्रोजेक्ट से चोरों ने डीजी जेनरेटर की चोरी कर ली थी. पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी परमेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया. टीम ने तकनीकी व भौतिक साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई करते हुए चोरी की घटना का खुलासा किया. इस मामले में टीम ने हजारीबाग निवासी आशीष पांडेय (23 वर्ष), राजेश कुमार (26 वर्ष), गोला निवासी मो असरफ अंसारी ( 36 वर्ष) और शाहिल अंसारी (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर चोरी के जेनरेटर और चोरी में प्रयुक्त टाटा मैजिक (जेएच17यू-3690) पेटरवार थाना क्षेत्र के लेपो गांव के पास सड़क के किनारे से बरामद कर लिया गया. पुलिस ने तीन मोबाइल फोन भी जब्त किया है. पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी आशीष पांडेय का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है. छापामारी दल में एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, पुलिस निरीक्षक पंकज कुमार, थाना प्रभारी अभिषेक कुमार, अनुसंधानकर्ता कुमार प्रभात रंजन, पुअनि स्वामी रंजन ओझा, सअनि बहादुर महतो शामिल थे. कंपनी के कर्मचारी ही निकले चोर : चोरी की घटना का मास्टर मांइड आशीष पांडेय था. वह इसी कंपनी में काम करता था. आरिफ अंसारी एवं शाहिल अंसारी भी कंपनी में काम करते थे. तीनों ने प्लानिंग बना कर जेनरेटर की चोरी की. राजेश को एक लाख रुपये में जेनरेटर बेच दिया. इसमें से 20 हजार रुपये अशरफ अंसारी को मिले थे. शेष 80 हजार रुपये का भुगतान नहीं किया गया था. राजेश ने अपने हजारीबाग निवासी एक दोस्त से जेनरेटर ले जाने के लिए टाटा मैजिक को भाड़ा पर लिया था. पुलिस ने इसका खुलासा किया. मकान बंद रहने की सूचना पुलिस को दें : थाना प्रभारी गोला थाना प्रभारी ने बताया कि बंद मकान को चोर और अपराधी टारगेट कर रहे हैं. जब भी कोई व्यक्ति एक से अधिक दिन के लिए बाहर जाये, तो अनिवार्य रूप से पुलिस को सूचना दें. अपने पड़ोसी या रिश्तेदार को मकान की देखरेख की जिम्मेवारी सौंपे. इससे चोरी की घटना पर रोक लग सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
