खेतों में सिंचाई व्यवस्था शुरू होते ही किसानों के चेहरे खिले

जल संरक्षण की दिशा में की गयी पहल का असर दिख रहा है. पलामू के नौडीहा प्रखंड की तरीडीह पंचायत में बटाने नदी को बांध कर कई गांवों में सिंचाई की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए तरीडीह पंचायत के मुखिया गौतम सिंह ने पहल की है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2020 1:24 AM

यतीश पाठक, नौडीहा : जल संरक्षण की दिशा में की गयी पहल का असर दिख रहा है. पलामू के नौडीहा प्रखंड की तरीडीह पंचायत में बटाने नदी को बांध कर कई गांवों में सिंचाई की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए तरीडीह पंचायत के मुखिया गौतम सिंह ने पहल की है. गौतम सिंह ने बताया कि बटाने नदी होने के बाद भी इलाके में पानी की समस्या थी. इस इलाके में हैदराबाद के किसान आये थे. किसानों ने यहां तरबूज की खेती के बारे में बताया था.

गांव के बगल में गुजरने वाली नदी को देख कर किसानों ने बताया था कि नदी को कम खर्च में बांधा जा सकता है. इससे इलाके में जल स्तर के साथ-साथ सिंचाई का साधन विकसित होगा. इसके बाद मुखिया श्री सिंह ने स्वयं अपने स्तर से पहल की.

बटाने नदी के पास बांध बना कर पानी को रोका. इसका असर हुआ. आज इसका लाभ तरीडीह पंचायत के छह गांव के लोगों को हो रहा है. लोगों ने बताया कि पहले यहां डीप बोरिंग करायी गयी थी. डीप बोरिंग भी गर्मी में सूख जाती थी. नदी में भी पानी नहीं रहता था. इस बार डीप बोरिंग भी नहीं सूखी. नदी में पानी भी है. इसके कारण लोगों ने मूंग व मक्के की खेती की. लोगों ने बताया कि पानी रोकने के कारण जल स्तर बढ़ा है.

मुखिया श्री सिंह का कहना है कि हर कार्य के लिए सिर्फ सरकार के भरोसे ही रहना उचित नहीं है. उनलोगों ने निजी स्तर से पहल की और उसका सकारात्मक असर दिख रहा है. तरीडीह गांव नौडीहा प्रखंड मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां के किसान भी खेती के क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं. आने वाले दिनों में कृषि के क्षेत्र में और जागरूकता आयेगी. मुखिया का कहना है कि अब लोग यह समझ रहे हैं कि खेती लाभप्रद हो सकती है.

Next Article

Exit mobile version