CM हेमंत साेरेन ने बेटियों पर आधारित गीत गाने पर मेघा श्रीराम डाल्टन को दी बधाई, मेघा ने जताया आभार

सीएम हेमंत सोरेन ने बेटियों पर आधारित 'मैं बेटी हूं पर बोझ नहीं' गाने पर ट्वीट कर बधाई दी है. इस पर मेघा ने सीएम का आभार जताया. कहा कि उसके रगो में झारखंड बसा है. कहा कि आज हर तरफ बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार और अन्याय को देखकर इस गीत को गाया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2022 7:43 PM

Jharkhand News: पलामू की लोकगीतों से मुंबई के फिल्मी गीतों तक के सफर में मशहूर हो चुकी मेघा श्रीराम डाल्टन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर बधाई दी है. सीएम ने मेघा को बधाई तब दी जब मेघा ने बेटियों पर आधारित अपनी गीत को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की. ट्विटर पर सीएम की नजर इस गीत पर पड़ी, तो उसे सुनकर काफी खुश हुए. इसके बाद उन्होंने मेघा को बधाई दी. सीएम के रिएक्शन से खुश मेघा ने उन्हें धन्यवाद दिया.

मेघा ने ‘मैं बेटी हूं पर बोझ नहीं’ इमोशनल और मोटिवेशनल गीत गायी

मेघा श्रीराम डाल्टन द्वारा गाया गया गीत ‘मैं बेटी हूं पर बोझ नहीं’ एक बेहद इमोशनल और मोटिवेशनल गीत है जो पिछले करीब एक साल से सोशल मीडिया में चर्चित रहा है. इस पर इन दिनों सीएम की नजर पड़ी और उन्होंने मेघा को बधाई दी. इस गीत के बोल भी पलामू निवासी करण मस्ताना ने लिखी है जो मुंबई में रहते हैं. इसके संगीतकार घुंघरू हैं जो बिहार के निवासी हैं. इस गीत की रिकॉर्डिंग मेदिनीनगर के मनोज मेहता ने किया है जबकि इसकी मिक्सिंग मुंबई में हुई है.

मां से मिली इस गीत की प्रेरणा

मेघा ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि इस गीत की प्रेरणा उन्हें अपनी मां से मिली. मेघा कहती है जब मेरी अनपढ़ मां ने मुझसे यह कहा कि बेटा अपनी पढ़ाई और ज्ञान को बक्से में बंद करके मत रखना उसे समाज में बांट देना. तब से समाज के लिए ही गीत गाना शुरू की हूं. मेघा ने कहा कि संगीत की सफलता तभी है जब उससे किसी की जिंदगी बदल जाये या संगीत किसी की प्रेरणा बन जाए. आज हर तरफ बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार और अन्याय को देखकर इस गीत को गाया गया है.

Also Read: PM Awas की बाट जोह रहे पलामू के परहरिया में आदिम जनजाति के परिवार, कच्चे घरों में आज भी रहने को हैं मजबूर

सीएम श्री सोरेन को दिया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि इसी तरह के कई गीत जो सामाजिक तानाबाना पर आधारित है आगे लगातार आने वाली है. कहा कि उसके रगो में झारखंड बसा है और अपने गीतों के माध्यम से वे यहां की लोक शैली को उभारना चाहती है. अपने गीत पर सीएम के रिएक्शन से खुश मेघा ने उन्हें धन्यवाद दिया.

Posted By: Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version