अक्षय नवमी पर आंवला वृक्ष के नीचे की पूजा-अर्चना

पाकुड़िया प्रखंड में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी उत्साहपूर्वक मनाई गई। श्रद्धालुओं ने सुबह स्नान कर पवित्रता प्राप्त की और रामसीता मंदिर के आंवले के पेड़ के नीचे विधिपूर्वक पूजा की। लाल धागे के साथ पेड़ की परिक्रमा की गई तथा ब्राह्मणों को गुप्तदान कर भोजन कराया गया। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान एवं आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करने से अक्षय पुण्य मिलता है। पंडित अनुज कुमार मिश्रा ने बताया कि यह दिन भगवान विष्णु के आंवले के पेड़ पर निवास का प्रतीक है। पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने खीर, पूड़ी, सब्जी एवं मिष्ठान्न का भोग लगाया।

By Prabhat Khabar News Desk | October 30, 2025 5:12 PM

प्रतिनिधि, पाकुड़िया. कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि, गुरुवार को पाकुड़िया सहित प्रखंड क्षेत्र में अक्षय नवमी त्योहार धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने सवेरे स्नान कर पवित्रता प्राप्त की और पाकुड़िया रामसीता मंदिर प्रांगण में स्थित आंवले के पेड़ के नीचे विधिपूर्वक पूजा-पाठ किया. इसके बाद लाल धागे के साथ पेड़ की परिक्रमा की गयी. ब्राह्मणों को गुप्तदान कर भोजन कराया गया और स्वयं भी पेड़ के नीचे बैठकर भोजन किया. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. पंडित अनुज कुमार मिश्रा ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी से पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आंवले के पेड़ पर निवास करते हैं. इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है. पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं ने खीर, पूड़ी, सब्जी और मिष्ठान्न आदि का भोग लगाकर ग्रहण किया.

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