पोषण की सही जानकारी अंतिम व्यक्ति को मिले: डीसी
राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ समाहरणालय परिसर में किया गया, जिसमें उपायुक्त मनीष कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वर्ष की थीम "मोटापे का नियंत्रण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा - पोषण भी, पढ़ाई भी " है। रथ जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में भ्रमण करेगा तथा महिलाओं, किशोरियों और बच्चों को संतुलित आहार, स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करेगा। उपायुक्त ने गर्भवती और धात्री महिलाओं के पोषण की महत्ता पर जोर देते हुए सभी से कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की अपील की ताकि सही पोषण सूचना सभी तक पहुंच सके और समाज में सकारात्मक बदलाव आ सके।
नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ समाहरणालय परिसर में किया गया. इस अवसर पर उपायुक्त मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लाडिस बाड़ा ने संयुक्त रूप से पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस वर्ष पोषण माह की थीम “मोटापे का नियंत्रण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा – पोषण भी, पढ़ाई भी ” पर आधारित है. उपायुक्त ने जानकारी दी कि यह रथ जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में भ्रमण करेगा और महिलाओं, किशोरियों और बच्चों को संतुलित आहार, स्वच्छता और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करेगा. उन्होंने कहा कि रथ का मुख्य उद्देश्य जिले के अंतिम व्यक्ति तक पोषण संबंधी सही जानकारी पहुंचाना और समाज में सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाना है. उपायुक्त ने गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए पोषण की महत्ता पर विशेष जोर दिया, क्योंकि यह शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने सभी लोगों से पोषण माह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने और अभियान को सफल बनाने की अपील की.
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