राज प्लस टू स्कूल का मना 166वां स्थापना दिवस, पुराने छात्र हुए सम्मानित
पाकुड़. मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय राज प्लस टू में शनिवार को विद्यालय का 166वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
प्रतिनिधि, पाकुड़. मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय राज प्लस टू में शनिवार को विद्यालय का 166वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में अभिनंदन समारोह का आयोजन हुआ. उपायुक्त मनीष कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के संस्थापक गोपीलाल पांडे की प्रतिमा पर उपायुक्त सहित पांडे परिवार के सदस्यों ने माल्यार्पण कर की. उपायुक्त ने पुस्तक विमोचन भी किया. समारोह में 25 वर्ष या उससे अधिक समय पूर्व विद्यालय से पास आउट विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि 166 वर्षों की यह ऐतिहासिक विरासत पाकुड़ जिले के लिए गर्व की बात है. मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है. उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, मेहनत और लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा दी. प्राचार्य राजू नंदन साहा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की. कहा कि विद्यालय न केवल शैक्षणिक उपलब्धियों में, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है.
पूर्व छात्रों ने साझा किया अनुभव
1987 में मैट्रिक पास किए, उस समय विद्यालय में बहुत कम कमरा हुआ करता था. पूर्व की शिक्षा और अभी के शिक्षा में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है.
-मनोज डोकानिया1972 में मैट्रिक की परीक्षा इसी स्कूल से पास किया. जिला का यह पुराना स्कूल है. बंगाल से लोग पहले यहां पढ़ने आते थे. शिक्षा व्यवस्था में काफी बदलाव हो रहा है.
-तारकेश्वर भगतपहले मैट्रिक नहीं बल्कि 12वीं पास होना पड़ता है. समय के साथ पढ़ाई का मैथड बदला अब बच्चे का पहला पड़ाव मैट्रिक हो गया है. सुविधाओं में विस्तार हुआ है.
– राजकुमार टिबड़ीवालविद्यालय में सुविधाओं कमी थी. बावजूद पढ़ाई में किसी प्रकार की ढिलाई नहीं थी. विद्यालय में कमरों की संख्या भी कम थी, समय के साथ विद्यालय बड़ा हुआ कमरे बने.
– ओकार नाथ भगतB
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