पाकुड़ में शिक्षा सुधार की नई पहल, रसोइयों को मिला नवाचार का संदेश
पाकुड़ जिले में उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि समेत विविध जनहितकारी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। शिक्षा क्षेत्र में मिड-डे मील सुधार हेतु रसोइया सह सहायकों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। मतदाता सूची मैपिंग कार्य की गुणवत्ता व पारदर्शिता सुनिश्चित करने निर्देश दिए गए। ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण हेतु 200 सखी मार्ट और हर प्रखंड में बर्तन बैंक स्थापित करने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य क्षेत्र में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु नाइट ब्लड सर्वे अभियान शुरू किया गया। कृषि क्षेत्र में मौंथा से प्रभावित धान फसलों का निरीक्षण कर किसानों को राहत व फसल बीमा योजना के तहत त्वरित मूल्यांकन का आश्वासन दिया गया।
शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि आदि मुद्दों पर डीसी की बैठक, निरीक्षण
संवाददाता, पाकुड़. पाकुड़ जिले में उपायुक्त मनीष कुमार के नेतृत्व में विभिन्न जनहितकारी गतिविधियां गतिशील रूप से संचालित की जा रही हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, कृषि और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने की दिशा में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पहल की है. शिक्षा की गुणवत्ता सुधार और मिड-डे मील को सशक्त बनाने के उद्देश्य से रविन्द्र भवन टाउन हॉल में प्रोजेक्ट परख 2.0 के तहत रसोइया सह सहायकों के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई. उपायुक्त ने रसोइयों को तिथि भोज में उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहना दी और भोजन निर्माण में स्वाद, स्वच्छता और स्नेह का समावेश करने की अपील की. उन्होंने निर्देश दिया कि जहां डीएमएफटी मद से निर्मित किचन शेड में जल की सुविधा उपलब्ध है, वहां भोजन निर्माण की प्रक्रिया स्थानांतरित की जाये. रसोइयों को नवाचार सीखने और बच्चों के भोजन को स्वादिष्ट व पौष्टिक बनाने के लिए प्रेरित किया गया. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ सुरेन्द्र कुमार मिश्रा, पाकुड़ बीडीओ श्री समीर अल्फ्रेड मुर्मू, जिला भीवीडी नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अमित कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कौशलेश कुमार सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी, बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.डीसी ने पाकुड़ प्रखंड का भ्रमण कर मतदाता सूची मैपिंग कार्य की प्रगति का जायजा लिया. उन्होंने बीएलओ को निर्देश दिया कि घर-घर जाकर मतदाता विवरण का सत्यापन करें और “ए कैटेगरी” के अंतर्गत आने वाले सभी मतदाताओं का मैपिंग कार्य शीघ्र पूर्ण करें. कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया. निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू, बीएलओ सुपरवाइजर एवं बीएलओ उपस्थित थे.
200 सखी मार्ट और हर प्रखंड में बर्तन बैंक की स्थापना के निर्देश:
ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण और आजीविका संवर्धन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में जेएसएलपीएस की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई. उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की नियमित बैठकें सुनिश्चित करने, योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने और धनराशि के पारदर्शी उपयोग पर जोर दिया. जिले में 200 सखी मार्ट और प्रत्येक प्रखंड में बर्तन बैंक की स्थापना के निर्देश दिए गए. उपायुक्त ने कहा कि ये पहलें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएंगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगी.नाइट सर्वे अभियान का शुभारंभ:
स्वास्थ्य क्षेत्र में फाइलेरिया उन्मूलन हेतु उपायुक्त ने आसनढीपा पंचायत में नाइट ब्लड सर्वे अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने स्वयं रक्त नमूना देकर जांच कराई और ग्रामीणों को अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि यह सर्वेक्षण रात में किया जाता है क्योंकि माइक्रोफाइलेरिया परजीवी रात में ही सक्रिय होते हैं. सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़े बीमारी की पहचान और नियंत्रण रणनीति तय करने में सहायक होंगे. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि कार्य पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ संपन्न हो.मोंथा प्रभावित धान फसलों का किया स्थलीय निरीक्षण:
कृषि क्षेत्र में मौंथा चक्रवात से प्रभावित धान फसलों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने बहिरग्राम और झिकरहटी पंचायतों में जलजमाव और फसल क्षति की जानकारी ली. उन्होंने किसानों को राहत देने का आश्वासन दिया और कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत क्षति का पारदर्शी और त्वरित आकलन किया जाए. प्रत्येक कृषक मित्र को जियो-टैग फोटो रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया ताकि नुकसान का सटीक मूल्यांकन संभव हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
