झारखंड में अब शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी काम करेंगी शराब कंपनियां

अब शराब बनाने वाली कंपनियां भी राज्य में शिक्षा के विकास में योगदान करेगी. शराब कंपनियों द्वारा अस्पताल और सड़क सुरक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में भी जनहित का काम किया जायेगा.

By Prabhat Khabar | September 4, 2020 6:52 AM

रांची : अब शराब बनाने वाली कंपनियां भी राज्य में शिक्षा के विकास में योगदान करेगी. शराब कंपनियों द्वारा अस्पताल और सड़क सुरक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में भी जनहित का काम किया जायेगा. शराब कंपनियों ने शिक्षा सह उत्पाद मंत्री जगरनाथ महतो को सीएसआर के तहत राज्य में जनहित के कार्यों में सहयोग करने का वादा किया है. गुरुवार को मंत्री ने शराब कंपनियों मेसर्स परनार्ड रिकार्ड, मेसर्स डियाजियो इंडिया प्रा.लि व मेसर्स यूनाइटेड बिवरेजेज के पदाधिकारियों के साथ ई-मीटिंग की.

कुछ राज्यों में सीएसआर का कार्य : मंत्री ने कहा कि त्रिपुरा और बंगाल जैसे राज्यों में शराब कंपनियां सीएसआर के तहत जनहित के कार्य करती हैं. झारखंड में अब तक क्यों कुछ नहीं किया जा रहा है.

श्री महतो ने कहा कि शराब कंपनियां राज्य में व्यापार कर मुनाफा कमाती हैं. राज्य के जरूरतमंद तबके लिए काम करना उनकी नैतिक जिम्मवारी है. इस पर कंपनी के पदाधिकारियों ने अपने सामर्थ्य के मुताबिक राज्य में सीएसआर के तहत कार्य पर पर सहमति दी. उन्होंने गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) के माध्यम से भी काम करने की इच्छा जतायी.

शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क-सुरक्षा व पेयजल में सहयोग : परनार्ड रिकार्ड ने कहा कि कंपनी सीएसआर के तहत राज्य में मॉडल स्कूल विकसित कर शिक्षा के विकास में सहयोग देगी. इसके लिए सर्वेक्षण किया जा चुका है. डियाजियो इंडिया के प्रतिनिधि ने बताया कि कंपनी हॉस्पिटल, सड़क-सुरक्षा व आधारभूत संरचना विकसित करने में सहयोग करेगी.

यूनाइटेड ब्रिवरेज ने जल स्वच्छता और स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था के लिए सहयोग देने का वादा किया. ई-मीटिंग में उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार तथा जेबीसीएल के रंजन व राहुल भी उपस्थित थे.

Post by : Pritish Sahay

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