सबसे बड़े सेवक एवं बुद्धिमान हैं राम भक्त हनुमान
सुंदरी देवी सरस्वती शिशु मंदिर लोहरदगा में हनुमान जन्मोत्सव वीर कुंवर सिंह जयंती के अवसर पर दादा-दादी नाना नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
हनुमान जन्मोत्सव वीर कुंवर सिंह जयंती धूमधाम से मनायी गयी फोटो उपस्थित लोगों को संबोधित करते मुख्य अतिथि लोहरदगा : सुंदरी देवी सरस्वती शिशु मंदिर लोहरदगा में हनुमान जन्मोत्सव वीर कुंवर सिंह जयंती के अवसर पर दादा-दादी नाना नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.जिसमें मुख्य अतिथि झारखंड प्रांत के प्रांत संघचालक सच्चिदानंद लाल अग्रवाल विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव अजय प्रसाद विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेश चंद्र पांडे तथा राम ज्ञानी पाठक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस अवसर पर विद्यालय के आचार्य महेंद्र कुमार मिश्र ने बाबू वीर कुंवर सिंह की जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा की 80 बरस की अवस्था में भी उन्होंने अंग्रेजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. राम ज्ञानी पाठक ने कहा कि ने श्री हनुमान जी बल बुद्धि ज्ञान तथा सभी कार्यों को सिद्ध करने वाले प्रत्यक्ष देवता हैं. जो अजर अमर है. हम बालकों को उनकी आराधना करनी चाहिए. प्रधानाचार्य ने दादा दादी नाना नानी सम्मान समारोह के महत्व को बताते हुए अनेकों प्रसंग प्रस्तुत किया. जिसमें मुख्य रूप से उनके जीवन की एक प्रसंग शामिल है. उन्होंने बताया कि वह अपने दादाजी के साथ रहते हुए उन्होंने सामाजिक राजनीतिक पारिवारिक बोध को सीखा. प्रांत संचालक ने कहा कि विद्या भारती के विद्यालयों में इस प्रकार के आयोजन के द्वारा बच्चों के अंतर्गत माता-पिता समाज राष्ट्र के प्रति लगाव उत्पन्न होता है. जिससे आगे चलकर इन विद्यालयों में पढ़ने वाले भैया बहन राष्ट्र हित का चिंतन करते हैं. उन्होंने कहा कि हनुमान जी अजर अमर है जो बाल शक्ति बुद्धि तथा सच्चे राम भक्त एवं समाज के सर्वोत्कृष्ट सेवक के रूप में जाने जाते हैं. उपस्थित दादा दादी/नाना नानी का भैया बहनों ने पादप्रछालन कर उनकी पूजा अर्चना कर मिष्ठान खिलाया.