लक्ष्य पूरा नहीं करने पर एमओआइसी के वेतन पर रोक
लक्ष्य पूरा नहीं करने पर एमओआइसी के वेतन पर रोक
लातेहार ़ उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई. इसमें मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की स्थिति, संस्थागत प्रसव, एएनसी जांच, टीकाकरण और स्वास्थ्य केंद्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गयी. उपायुक्त ने सिविल सर्जन डॉ राज मोहन खलखो से जिले में हुए एएनसी और संस्थागत प्रसव की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना आवश्यक है. साथ ही निर्देश दिया कि प्रथम तिमाही में गर्भवती माताओं की एएनसी जांच शत-प्रतिशत सुनिश्चित होनी चाहिए. सभी एमओआइसी को 31 अक्तूबर तक लेबर रूम की स्थिति में सुधार करने का निर्देश दिया गया. उपायुक्त ने कुपोषण उपचार केंद्रों में कुपोषित बच्चों के उपचार और आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड के वितरण की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि 30 अक्तूबर तक सभी पात्र लाभुकों को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराया जाये. गैर-संचारी रोग (एनसीडी) स्क्रीनिंग जांच की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कई प्रखंडों में वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले उपलब्धि 50 प्रतिशत से कम है. इस पर उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जब तक 50 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि दर्ज नहीं की जाती, तब तक संबंधित एमओआइसी का वेतन स्थगित रहेगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि एनसीडी स्क्रीनिंग जांच एक महत्वपूर्ण जनस्वास्थ्य कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर आदि बीमारियों की समय पर पहचान और उपचार सुनिश्चित किया जाता है. मौके पर डीडीसी सैय्यद रियाज अहमद, आइटीडीए निदेशक प्रवीण कुमार गगराई, सिविल सर्जन डॉ राज मोहन खलखो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन समेत कई अधिकारी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
