विस्थापित होनेवाले परिवार की सूची बनाने व जनगणना का निर्णय
विस्थापित होनेवाले परिवार की सूची बनाने व जनगणना का निर्णय
चंदवा़ रविवार को बारी पंचायत अंतर्गत पंचायत सचिवालय में स्थानीय रैयतों की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता बारी गांव के ग्राम प्रधान रोबेन उरांव ने की. बैठक में बनहरदी कोल परियोजना को जमीन देने व इससे विस्थापित होने संबंधी मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया. उपस्थित रैयतों ने अपनी भूमि संबंधित समस्या बैठक में रखी. रैयतों ने कहा कि हाल सर्वे की गड़बड़ी के कारण कई त्रुटि हुई है. कहीं मूल रैयत का नाम नहीं दिख रहा, तो कहीं रकबा की गड़बड़ी हो गयी है. इतना ही नहीं कई रैयतों की पुस्तैनी जमीन अनाबाद बिहार सरकार के नाम से दर्ज कर दिया गया है. लोगों ने एक स्वर से सबसे पहले भूमि संबंधी त्रुटियों को सुधार करने की मांग की. रैयतों ने कहा कि प्रखंड व अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते वे थक चुके हैं. हर कार्यालय में उन्हें झूठा आश्वासन मिल रहा है. बैठक में बनहरदी कोल ब्लॉक विस्थापित समिति सदस्यों द्वारा विस्थापित होनेवाले परिवार की सूची बनाने व जनगणना कराने का निर्णय लिया गया. एक सप्ताह के भीतर इसे पूर्ण कर अगली बैठक में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया. साथ ही जिले के उपायुक्त से मिलकर रैयतों की विभिन्न समस्याओं को रखने पर सहमति बनी. बैठक में लाल जन्मजय नाथ शाहदेव, बेलाल अहमद, रमेश उरांव, अहमद अंसारी, हाजी हाशिम, जीते उरांव, महेश राम, राजू उरांव, नेज़ाम मियां, नौशाद अंसारी, बरतु उरांव, तेतर मोची, देवप्रसाद यादव, धनेश्वर राम, राजेंद्र उरांव, बिनोद भुइयां, उपेंद्र राम, राजेंद्र कुजूर, अभिषेक मुंडा, आरिफ अंसारी, मोबिन अंसारी, राजीव मुंडा, मुकेश उरांव समेत अन्य रैयत मौजूद थे.
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