झुमरीतिलैया. शिक्षा को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के डाक विभाग ने एक सराहनीय पहल की है. झुमरीतिलैया डाकघर में ज्ञान पोस्ट सेवा की शुरुआत की गयी है, जिससे देशभर में शैक्षणिक पुस्तकों का सुरक्षित और सुलभ ढंग से आदान-प्रदान संभव हो सकेगा. डाक अधीक्षक अशोक मंडल ने जानकारी दी कि यह सेवा विशेष रूप से विद्यार्थियों, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं और शिक्षण संस्थानों के लिए उपयोगी है. इसके अंतर्गत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक बोर्ड, विश्वविद्यालय या प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रयुक्त होने वाली पुस्तकों को भारत के किसी भी कोने में भेजा जा सकता है. डाक अधीक्षक ने बताया कि यह सेवा न्यूनतम 20 रुपये और अधिकतम 100 रुपये डाक शुल्क में उपलब्ध होगी. इस सेवा के माध्यम से 300 ग्राम से लेकर पांच किलोग्राम तक की पुस्तकें भेजी जा सकती हैं. बुकिंग सिर्फ डाकघर के काउंटर पर की जायेगी.
पैकेट पर ज्ञान पोस्ट लिखा होना अनिवार्य होगा.
व्यावसायिक सामग्री नहीं भेजी जा सकती और पैकेजिंग ऐसी होनी चाहिए जिससे पुस्तक को बिना खोलें देखा जा सके. साथ ही पैकेट पर ज्ञान पोस्ट स्पष्ट रूप से लिखा होना अनिवार्य होगा. भेजने वाले और प्राप्तकर्ता का पता हिंदी, अंग्रेजी या क्षेत्रीय भाषा में साफ लिखा होना चाहिए, इस सेवा की शुरुआत से छात्रों को अब महंगी कूरियर सेवाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और शिक्षा की सामग्री अब सस्ते, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचेगी. यह पहल निश्चित ही ज्ञानवर्धन की दिशा में डाक विभाग का एक बड़ा कदम है.
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