मरकच्चो के विंडा ग्राम में डायरिया का पसरा पांव
प्रखंड के जामू पंचायत स्थित विंडा गांव के कई ग्रामीण पिछले एक सप्ताह से डायरिया की चपेट में हैं.
मरकच्चो. प्रखंड के जामू पंचायत स्थित विंडा गांव के कई ग्रामीण पिछले एक सप्ताह से डायरिया की चपेट में हैं. शुक्रवार की सुबह डायरिया से पीड़ित एक महिला मीणा देवी की मौत कोडरमा स्थित एक निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान हो गयी. स्वास्थ्य विभाग डायरिया फैलने की बात से अब तक बेखबर है. लोग निजी क्लीनिकों में इलाज़ करा रहे हैं. हालांकि महिला की मौत के बाद विभाग हरकत में आया है. जानकारी के अनुसार मीणा देवी के पौत्र पांच वर्षीय शिवम कुमार व सात वर्षीय पौत्री पल्लवी कुमारी एक सप्ताह पूर्व डायरिया की चपेट में आ गये थे. दोनों का इलाज निजी क्लिनिक में कराया गया. जब तक दोनों बच्चे ठीक हुए, तब मीणा देवी भी डायरिया की चपेट में आ गयी. मृतका के पुत्र सिकंदर कुमार ने बताया कि डायरिया से पीड़ित होने के बाद वे गुरुवार की सुबह मां को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरकच्चो ले गये. वहां शाम तक मां को स्लाइन चढ़ाया गया, लेकिन सुधार नहीं हुआ. बाद में सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां दवा दी गयी, लेकिन सुधार नहीं हुआ. सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था देख तिलैया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मां की मौत हो गयी. वहीं मुहल्ले की रीता कुमारी भी डायरिया से पीड़ित है. उसका इलाज गांव के ही निजी क्लिनिक में किया जा रहा है. ज्ञात हो की उक्त गांव के अधिकांश लोग कुएं का पानी पीते हैं. बरसात की वजह से कुआं लबालब भरा हुआ है. कुंओं में कभी भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है. गांव में लोगों के डायरिया से पीड़ित होने की जानकारी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम या कोई भी कर्मी वहां नहीं पहुंचे. जब महिला की मौत की खबर मिली, तब आनन-फानन में स्वास्थ्य कर्मी वहां पहुंचे. सहिया दीदी द्वारा भी कुंओं में ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जाने लगा.
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