तरकोजोरी जनता दरबार में ग्रामीणों ने किया विरोध
सिर्फ 25 प्रतिशत लोगों को ही अबुआ आवास की मंजूरी मिली है. पिछले आवेदन का काम कहां अटका है, इसका कोई जवाब अधिकारियों के पास नहीं है.
विद्यासागर. करमाटांड़ प्रखंड क्षेत्र के तरकोजोरी पंचायत में शनिवार को आयोजित जनता दरबार में ग्रामीणों ने विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत में कई बार जनता दरबार लगाया गया, लेकिन न तो ऑनलाइन काम होता है और न ही ऑफलाइन. अधिकारी कागज़ लेकर चले जाते हैं और बाद में वही कागज़ फेंक दिए जाते हैं, जिससे समस्याएं जस की तस बनी रहती है. ग्रामीणों ने अबुआ आवास और आधार अपडेट सहित कई मुद्दे उठाए. मौके पर मौजूद जैनुल अंसारी, छोटू शेख, अब्दुल समद और मुर्शिद शेख ने बताया कि अबुआ आवास योजना के लिए पहले ही फॉर्म भरे गए थे, लेकिन जिन्हें आवास मिलना चाहिए था, उन्हें नहीं मिला. सिर्फ 25 प्रतिशत लोगों को ही अबुआ आवास की मंजूरी मिली है. पिछले आवेदन का काम कहां अटका है, इसका कोई जवाब अधिकारियों के पास नहीं है. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि खेती का समय चल रहा है, फिर भी लोग अपना काम छोड़कर जनता दरबार में आते हैं, लेकिन यहां सिर्फ दिखावा होता है, समाधान नहीं. उन्होंने शिकायत की कि आधार कार्ड अपडेट नहीं हो रहा और कई अधिकारी कर्मचारी जनता दरबार में उपस्थित ही नहीं रहते. मुखिया प्रतिनिधि ने सरकार पर कड़े सवाल उठाये. पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि शफाकत अंसारी ने कहा कि कई महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिला. कई जरूरतमंद परिवार अबुआ आवास योजना से वंचित हैं. 2 साल 2 महीने से न 15वां वित्त मिला, न राज्य वित्त आयोग की राशि मिली. उन्होंने पीड़ा जताते हुए कहा कि मुखिया लोगों की हालत खराब है. गांव वाले प्रश्न पूछते-पूछते थक चुके हैं. एमपी-एमएलए करोड़ों की संपत्ति और बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं और हमें सिर्फ 2500 रुपये महीना मिलता है, वह भी दो साल से नहीं मिला. हम बहुत मजबूर हैं, बस आवाज उठा सकते हैं. जनता दरबार में मौजूद सीओ चोनाराम हेम्ब्रम ने कहा कि पुराने सभी आवेदन पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं और उन पर काम जारी है. बाकी बचे आवेदनों की प्रक्रिया भी चल रही है. मौके पर मुखिया रोजलीन आदि उपस्थित थे.
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