सलानपुर के एक घर में दो लकड़बग्घे के घुसने से इलाके में हड़कंप
हालांकि लकड़बग्घे से किसी को नुकसान नहीं हुआ तथा वन विभाग की सक्रियता से इसे पकड़ लिया गया.
मिहिजाम. पश्चिम बंगाल के सलानपुर में एक ग्रामीण के घर में दो लकड़बग्घे के प्रवेश करने से इलाके में हड़कंप मच गया. हालांकि लकड़बग्घे से किसी को नुकसान नहीं हुआ तथा वन विभाग की सक्रियता से इसे पकड़ लिया गया. पूर्व ईसीएल कर्मी निमाई प्रमाणिक के आवास से सटे एक पुराने घर में जहां कई तरह के घरेलू सामान रखे जाते थे, शुक्रवार की रात करीब 9 बजे मकान के आंगन में दो लकड़बग्घे को देखा गया. आंगन में लकड़बग्घे को देखते ही शोर मचाने पर एक मौके से फरार हो गया, लेकिन दूसरा मकान के एक कमरे में प्रवेश कर गया था. इससे घबरा कर मकान में रह रहे लोगों ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया. लकड़बग्घा पूरी रात कमरे में छिपा रहा. सुबह काफी संख्या में लोग वहां जमा हो गए. इस बीच रूपनारायणपुर स्थित वनविभाग कार्यालय को सूचना मिलने पर वनकर्मी पिंजरे, जाल आदि उपकरण लेकर मौके पर पहुंचे. मकान में लकड़बग्घे के होने की जानकारी फैलने पर काफी संख्या में आसपास के गांव से लोग वहां जमा हो गए. इससे वनकर्मियों को रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखने में परेशानी हो रही थी. लोगों के शोरगुल से लकड़बग्घा बिस्तर के नीचे छिपा हुआ था. काफी समय तक दरवाजा खुला रखने के बाद भी लकड़बग्घा कमरे से बाहर नहीं आया था. इसके बाद कमरे की खिड़की के पास वन विभाग के कर्मियों ने पटाखे छोडे़, जिसकी आवाज पर दरवाजे से लकड़बग्घा बाहर आकर पिंजरे में प्रवेश कर गया. आसनसोल रेंजर अधिकारी विश्वजीत सिकदर ने बताया कि आसपास कोयला की खदानें हैं और यहां लकड़बग्घे रहने के लिए उपयुक्त स्थल के तौर पर अपना ठिकाना बना लेते हैं.
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