मनरेगा योजनाओं का किया भौतिक सत्यापन
अधिकारियों ने विशेष रूप से भूमि समतलीकरण, आम बागवानी और अन्य सक्रिय योजनाओं का विस्तृत मूल्यांकन किया. सत्यापन के दौरान जेई की टीम ने कार्यस्थलों पर पहुंचकर मजदूरों से भी बातचीत की.
नारायणपुर. प्रखंड के पबिया और बांकुडीह पंचायत में मंगलवार को मनरेगा के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं का भौतिक सत्यापन किया गया. कनीय अभियंता रवि उरांव और वकील मरांडी ने संयुक्त रूप से दोनों पंचायतों का दौरा कर योजनाओं की प्रगति, वर्तमान स्थिति तथा गुणवत्ता का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने विशेष रूप से भूमि समतलीकरण, आम बागवानी और अन्य सक्रिय योजनाओं का विस्तृत मूल्यांकन किया. सत्यापन के दौरान जेई की टीम ने कार्यस्थलों पर पहुंचकर मजदूरों से भी बातचीत की. मजदूरों द्वारा किए जा रहे कार्य, उपस्थिति, मजदूरी भुगतान की स्थिति और कार्यस्थल पर उपलब्ध सुविधा की जानकारी ली गयी. टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी योजनाएं अनुमोदित मानकों के अनुरूप क्रियान्वित हो रही है या नहीं. निरीक्षण में कुछ स्थलों पर कार्य संतोषजनक पाया गया. वहीं कुछ जगहों पर कार्य की गति बढ़ाने और गुणवत्ता सुधारने की आवश्यकता बतायी गयी. अधिकारियों ने मजदूरों को सुरक्षा मानकों का पालन करने, कार्य को समय पर पूरा करने और योजना से मिलने वाले लाभों का सही उपयोग करने संबंधी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने ग्राम स्तर पर मनरेगा योजनाओं के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है, इसलिए कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सर्वोपरि होनी चाहिए. भौतिक सत्यापन के दौरान पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय ग्रामीणों ने भी अधिकारियों को अपनी समस्याओं और सुझावों से अवगत कराया. जेई टीम ने सभी मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया. जेई ने कहा कि नियमित निरीक्षण से मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में और अधिक पारदर्शिता आएगी तथा ग्रामीण विकास की गति तेज होगी.
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