Jamshedpur News : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जाहेरथान में मरांगबुरू-जाहेरआयो की पूजा-अर्चना की
Jamshedpur News : करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान में सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन से पूरा परिसर श्रद्धा और उत्साह से सराबोर हो गया.
आराध्य देवी-देवताओं की चरणों में नतमस्तक होकर मांगा आशीर्वाद
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करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान में सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन से पूरा परिसर श्रद्धा और उत्साह से सराबोर हो गया. राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल संतोष गंगवार एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला सुबह लगभग 11:20 बजे दिशोम जाहेरथान पहुंचा. आगमन के बाद सभी अतिथियों ने सर्वप्रथम पूजा स्थल जाहेर में प्रवेश कर मरांगबुरू, जाहेरआयो, लिटा-मोणें एवं तुरूईको की चरणों में नतमस्तक होकर पूजा-अर्चना की. उन्होंने आदिवासी समाज के आराध्य देवी-देवताओं को हाथ जोड़कर नमन किया और समाज की सुख-समृद्धि व कल्याण की कामना करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया. पूजा-अर्चना के उपरांत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिशोम जाहेरथान परिसर में स्थापित ओलचिकी लिपि के जनक गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की प्रतिमा के पास पहुंचे. वहां उन्होंने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया और समाज सुधारक व भाषा शिल्पी को नमन किया. इस दौरान पोटका विधायक संजीव सरदार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिवादन किया.आराध्य देवी जाहेर आयो से प्रार्थना
दयान सिरजोन सोना मिरथी, नामगे नायोगो धरती ऐरा दोनामगे सिरजोन पाड़ोक दाड़े, नामगे नायो गो जाहेर ऐरा दो
नामा: पांजा पोरायनी रे तावा: तारासीञ रा: नेहारनायो नेहार तीञ दो, दे सेपेञ राकाब में
बोंगा सिरजोम सारेड़ चाला, जोतो दुख देयाय येआमगे सिरजोन तोवा दारे, जोतो कुईज सेपेञ राकाबीजदेगो नायोगो होर लाय में, ज्ञान होर डाहार लाय आंञ मेंञुतात होर तीञ आरसाल मारसाल तीञ में
जोहार-जाेहार जाहेर नेरा, नामगे आयो गो सरस्वती दोआमगे नायोग लोहा लुती, नामगे नायोगो भगवती दोदेसे सोनोत तारास तिरपी आञ में, जोलोन जीवी होड़मो राडेज तीञ मेंजीवी होड़मो लासांड गोदो: मा, देसे सोनोत तिरपी आंञ
प्रार्थना गीत का शब्दार्थ
हे माता जाहेर आयो, तुम सर्वत्र विद्यमान हो. इस सृष्टि का कण-कण तुम्हारी शक्ति और उपस्थिति से आलोकित है. तुम ही धरती माता हो, तुम ही जाहेर ऐरा हो और तुम ही इस समस्त सृष्टि की सृजनकर्ता हो. हे माता, हम श्रद्धा और भक्ति भाव से तुम्हारी चरणों में नमन करते हैं. तुम अपनी करुणा से हमें हर प्रकार के दुख, कष्ट और पीड़ा से मुक्त करो. हे माता, हमारे जीवन के मार्ग में अज्ञानता की धुंध छाई हुई है और भविष्य की राह में अंधकार है. कृपा कर उस अंधकार को दूर करो और हमारे अंतर्मन को ज्ञान के प्रकाश से भर दो. जब हम भटक जायें, तब तुम स्वयं आगे बढ़कर हमें सही मार्ग दिखाओ. हमें सत्य, धर्म, प्रेम और सद्भाव के पथ पर चलने की शक्ति प्रदान करो.हे माता, तुम ही मां भगवती हो, तुम ही मां सरस्वती हो. तुम्हारे आशीर्वाद से ही जीवन में विवेक, बुद्धि और संस्कार का संचार होता है. तुम अपनी कृपा की वर्षा हम पर बनाये रखो, ताकि हमारा जीवन सार्थक और सफल हो सके. हे माता, हमें सदैव सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दो, हमारे कर्मों को पवित्र बनाओ और हमें मानवता की सेवा करने की शक्ति प्रदान करो. तुम्हारी अनुकंपा से ही जीवन धन्य और पूर्ण होता है.
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