Jamshedpur News : शहर के निरुप मोहंती देश के पहले सिविलियन, जिसको मिला मिलिट्री जेट उड़ाने का लाइसेंस

Jamshedpur (Brajesh Singh) : कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो इंसान बड़े से बड़े मुकाम तक पहुंच सकता है. ऐसा ही कर दिखाया है जमशेदपुर के रहने वाले निरुप मोहंती ने.

By Prabhat Khabar News Desk | February 18, 2025 12:35 AM

निरुप मोहंती और उनकी पत्नी रुपा मोहंती दोनों है पायलट

शौक पूरा करने के लिए खरीद चुके हैं हवाई जहाज

Jamshedpur (Brajesh Singh) :

कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो इंसान बड़े से बड़े मुकाम तक पहुंच सकता है. ऐसा ही कर दिखाया है जमशेदपुर के रहने वाले निरुप मोहंती ने. टाटा स्टील के पूर्व जीएम एचआरआइआर और जमशेदपुर से झामुमो की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुके निरुप मोहंती देश के पहले सिविलियन बन गये हैं, जिनको मिलिट्री जेट उड़ाने का लाइसेंस मिला है. इंग्लैंड में उनको यह लाइसेंस प्रदान किया गया. उन्होंने जेट विमान को ना सिर्फ उड़ाया, जबकि 7 घंटे सैन्य जेट विमान को उड़ाकर अपनी सारी ट्रेनिंग पूरी की और इंग्लैंड में ही इस उपलब्धि को हासिल किया. इस उपलब्धि के वक्त उनकी पत्नी रुपा मोहंती भी साथ थीं. निरुप मोहंती ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए बताया कि वैसे तो हमने कई विमान उड़ाये हैं, लेकिन हमारा सपना था कि किसी भी तरह से मिलिट्री जेट उड़ाया जाये. इसकी जानकारी हासिल की और फिर इसकी ट्रेनिंग इंग्लैंड में ली. करीब 70 साल की उम्र में निरुप मोहंती ने यह सफलता हासिल की. जेट प्रोवोस्ट विमान की उड़ान उन्होंने भरी.

निरुप मोहंती का सपना था अपना हवाई जहाज हो, 1.50 करोड़ में खरीदी थी प्लेन

निरुप मोहंती और उनकी पत्नी रुपा मोहंती पायलट रहे हैं. अपने शौक के लिए इन लोगों ने हवाई जहाज खरीद लिया था. जीवन में ढेर सारी उपलब्धियां हासिल कर चुके निरूप का शौक और सपना था कि उनका अपना हवाई जहाज हो. यह सपना उन्होंने पूरा किया है. उन्होंने करीब 1.50 करोड़ रुपये के ‘सेसना 172 स्काइहॉक’ नामक हवाई जहाज खरीदी थी. इसे सोनारी एयरपोर्ट पर रखा गया था. खुद पायलट रहे निरूप मोहंती ने अपने जैसे पायलट तैयार करने के लिए हवाई जहाज उड़ाने की ट्रेनिंग देने वाली संस्था अलकेमिस्ट एविएशन को अपने हवाई जहाज का इस्तेमाल करने की छूट दी थी. लेकिन रख-रखाव में होने वाली दिक्कत के कारण इन लोगों ने उक्त प्लेन को बेच दिया. टाटा स्टील के पूर्व जीएम एचआरआइआर निरुप मोहंती कॉमर्शियल और प्राइवेट पायलट लाइसेंस होल्डर हैं. वह और उनकी पत्नी रूपा मोहंती अपने शौक के लिए जाने जाते हैं. 1976 से वह और उनकी पत्नी पायलट के तौर पर निजी उड़ान भरते रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ग्रेट आउटबैक एयर नेविगेशन एडवेंचर 1997 में भाग लेने वाले पहले एशियाई बने थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है