कुंदन ने हाजीपुर में लगायी फांसी

धोड़ाबांधा और जेम्को में रहता है कुंदन का परिवार जमशेदपुर : टेल्को के धोड़ाबांधा आलोक विहार में रहने वाले कुंदन कुमार (35) ने हाजीपुर में आत्महत्या कर ली है. वे हाजीपुर नगर थाना अंतर्गत आशियाना कॉलोनी में मंडल कारा में कार्यरत अनुसेवी अली राजा के मकान पर किराये में रहते थे. कुंदन की मौत की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 23, 2017 9:06 AM
धोड़ाबांधा और जेम्को में रहता है कुंदन का परिवार
जमशेदपुर : टेल्को के धोड़ाबांधा आलोक विहार में रहने वाले कुंदन कुमार (35) ने हाजीपुर में आत्महत्या कर ली है. वे हाजीपुर नगर थाना अंतर्गत आशियाना कॉलोनी में मंडल कारा में कार्यरत अनुसेवी अली राजा के मकान पर किराये में रहते थे. कुंदन की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी पत्नी व दो छोटे बच्चे तथा जेम्को आजादबस्ती से कुंदन के पिता समेत परिवार के अन्य लोग हाजीपुर पहुंच चुके हैं.
कुंदन कुमार बिहार के वैशाली जिला में प्रोबेशन पदाधिकारी के पद पर काम कर रहे थे. पुलिस ने कुंदन कुमार का शव रविवार को उनके आवास की छत से लगे एक रड में लटका हुआ पाया. हाजीपुर नगर थाना अंतर्गत आशियाना कॉलोनी में किराये के एक मकान में अकेले रहते थे. हाजीपुर पुलिस ने कुंदन के आवास से टाटा मेमोरियल अस्पताल के मनोविज्ञान विभाग का एक पर्चा और कुछ दवा बरामद की है. फांसी लगाने के तत्काल कारणों का पुलिस को पता नहीं चल पाया है.
पत्नी को सुबह नौ बजे मिल गयी थी जानकारी : रविवार को नौ बजे के आसपास कुंदन की पत्नी को मोबाइल फोन पर घटना की जानकारी मिल गयी थी. कुंदन के मकान मालिक ने घटना की जानकारी उन्हें (पत्नी) दी. फिर हाजीपुर पुलिस ने पहुंचकर कुंदन का शव पंखे से लटका हुआ मिला. इधर, सूचना पाकर हाजीपुर मंडल कारा के कई पदाधिकारी भी पहुंचे. घटना के संबंध में मकान मालिक अली राज और मृतक की पत्नी से पूछताछ की गयी. इसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लेकर चली गयी.
टाटा कमिंस की नौकरी छोड़कर गये थे हाजीपुर
कुंदन कुमार टाटा कमिंस में ब्लॉक लाइन में काम करते थे. उनका क्वार्टर टेल्को रोड नंबर 11, क्वार्टर नंबर 34 था. दो वर्ष पूर्व कुंदन ने टाटा कमिंस की नौकरी छोड़ दी. उसे पिता से नहीं बनती थी.
इस कारण नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने घोड़ाबांधा के आलोक विहार में फ्लैट खरीद कर रहने लगा. कुंदन को एक लड़का व एक लड़की है. दोनों टेल्को एलएफएस में पढ़ाई करते हैं. कुंदन के बारे में टेल्को में बहुत लोग बताते हैं कि वह अक्सर गुम रहता था. दो वर्ष पूर्व नौकरी छोड़ने के बाद वह हाजीपुर में सरकारी नौकरी मिलने की बात कहते हुए शहर से चला गया था. सरकारी नौकरी के बाद भी लोग उसे टेल्को क्षेत्र में देखा करते थे.

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