बिल्ला पर फायरिंग करने वाला बूढ़ा व उसका साथी गालूडीह से गिरफ्तार

जमशेदपुर : झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग करने वाले बूढ़ा पांड्या को पुलिस ने शनिवार की रात गालूडीह के महुलिया से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस बूढ़ा पांड्या के निशानदेही पर वारदात में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 16, 2019 9:04 AM

जमशेदपुर : झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग करने वाले बूढ़ा पांड्या को पुलिस ने शनिवार की रात गालूडीह के महुलिया से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस बूढ़ा पांड्या के निशानदेही पर वारदात में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.

इसके अलावा वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल की भी तलाश कर रही है. बूढ़ा पांड्या मूल रूप से महुलिया का रहने वाला है. हालांकि वह आदित्यपुर में किराये के मकान में रहता था और वह सुपारी किलर है. उस पर पूर्व से ही सरायकेला के अलग-अलग थानाें में कई मामले दर्ज हैं.
पूछताछ में उसने गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग में संलिप्तता स्वीकार की है. उसने बताया कि गुरमुख सिंह मुखे ने ही अमरजीत सिंह अंबे से मुलाकात करायी थी और हत्या के लिए पांच लाख में सौदा तय हुआ था. बतौर एडवांस अंबे ने 50 हजार रुपये दिये थे.
वारदात में उसके साथ कुछ साथी भी शामिल थे. बुढ़ा के गिरफ्तार होने पर रविवार की शाम पुलिस ने पहचान कराने के लिए गुरुचरण सिंह बिल्ला और उसकी पत्नी को सीतारामडेरा थाने बुलायी, जहां दोनों ने बूढ़ा की पहचान की. पुलिस दो दिनों में मामले का खुलासा करेगी.
क्या है मामला : नौ नवंबर की तड़के सीतारामडेरा थाने से महज कुछ दूरी पर झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चलायी थी. घटना के समय गुरुचरण सिंह बिल्ला पत्नी के साथ पैदल सीतारामडेरा गुरुद्वारा जा रहे थे.
गुरुचरण सिंह बिल्ला को एक गोली लगी थी, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया. इस संबंध में गुरुचरण सिंह बिल्ला की पत्नी गुरप्रीत कौर के बयान पर सीतारामडेरा थाने में गुरमुख सिंह मुखे, अमरजीत सिंह अंबे, बलविंदर सिंह बल्ली व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
गोलमुरी से खरीदी थी सिम : बुढ़ा ने बताया कि अमरजीत सिंह अंबे ने गोलमुरी स्थित एक मोबाइल दुकान से दो नये सिम कार्ड खरीदी थी. एक सिम कार्ड अंबे ने रखा, जबकि दूसरा उसे दी थी. गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग करने के बाद उसने फोन कर अंबे को इसकी जानकारी दी थी. वारदात के समय गुरुचरण सिंह बिल्ला भागने लगा उसका पीछाकर गोली मारी.
गोली चलने के बाद लोगों की भीड़ जुटने के भय से वे लोग वहां से भाग गये. मुखे और अंबे जा चुके हैं जेल : मामले में पुलिस ने सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और अमरजीत सिंह अंबे को गिरफ्तार को गिरफ्तार की थी, दोनों वर्तमान में घाघीडीह जेल में है. पुलिस ने इस मामले में वारदात में प्रयुक्त बोलेरो और मोबाइल भी जब्त की है.

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