डुमरिया और मुसाबनी में सबसे ज्यादा मलेरिया के मरीज

जमशेदपुर : राज्य के 19 इलाकों में पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया और मुसाबनी ऐसे प्रखंड हैं, जहां मलेरिया का सबसे ज्यादा प्रकोप है. वहीं, विभाग द्वारा 2023 तक मलेरिया को खत्म करने का लक्ष्य है. इसे देखते हुए जिला मलेरिया विभाग द्वारा इन दोनों प्रखंड को फोकस करते हुए काम किया जा रहा है. मलेरिया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 2:49 AM

जमशेदपुर : राज्य के 19 इलाकों में पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया और मुसाबनी ऐसे प्रखंड हैं, जहां मलेरिया का सबसे ज्यादा प्रकोप है. वहीं, विभाग द्वारा 2023 तक मलेरिया को खत्म करने का लक्ष्य है. इसे देखते हुए जिला मलेरिया विभाग द्वारा इन दोनों प्रखंड को फोकस करते हुए काम किया जा रहा है.

मलेरिया की रोकथाम के लिए जिले में करोड़ों रुपये खर्च हुए, बावजूद इसके मलेरिया के मरीजों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. वर्ष 2017 में विभाग ने दो लाख से ज्यादा मच्छरदानी का वितरण किया, लेकिन उसका भी कोई खास असर नहीं पड़ा. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2010 में जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में मलेरिया के 3097 मरीज मिले थे. 2017 में यह संख्या बढ़कर 4638 हो गयी. वहीं 2019 में अभी तक मलेरिया के मरीजों की संख्या लगभग तीन हजार तक पहुंच गयी है.
इसमें सिर्फ मुसाबनी में 894 व डुमरिया में 860 मलेरिया के मरीज मिले हैं. इस संबंध में जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ मीना कल्डुनिया ने बताया कि इसे खत्म करने के लिए विभाग द्वारा लगातार स्लाइड जांच के साथ ही लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है, ताकि मलेरिया के मरीजों की संख्या को कम किया जा सके. इसके साथ ही लोगों के बीच मच्छरदानी का भी वितरण किया जा रहा है.

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