कोकपाड़ा टॉल होगा हाइब्रिड, फिर होगा चालू

जमशेदपुर : एनएच-33 के महुलिया-बहरागोड़ा खंड में कोकपाड़ा टॉल प्लाजा की पूजा अौर परीक्षण आचार संहिता के दायरे में आ गया है. घाटशिला के निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीअो अमर कुमार के नोटिस पर एनएचएआइ के महाप्रबंधक सह परियोजना निदेशक सदरे आलम ने पत्र लिखकर एसडीअो को जवाब भेजा है. लिखे पत्र में परियोजना निदेशक ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 10, 2019 3:46 AM

जमशेदपुर : एनएच-33 के महुलिया-बहरागोड़ा खंड में कोकपाड़ा टॉल प्लाजा की पूजा अौर परीक्षण आचार संहिता के दायरे में आ गया है. घाटशिला के निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीअो अमर कुमार के नोटिस पर एनएचएआइ के महाप्रबंधक सह परियोजना निदेशक सदरे आलम ने पत्र लिखकर एसडीअो को जवाब भेजा है.

लिखे पत्र में परियोजना निदेशक ने बताया है कि 9 नवंबर की सुबह टॉल संचालक कंपनी वेस्ट वेल आयरन एंड स्टील प्रा. लि. द्वारा टॉल में पूजा-पाठ के उपरांत परीक्षण किया था. एनएचएआइ के 9 अक्तूबर 2019 के पत्र के अनुसार सभी टॉल बूथ हाईब्रिड इटीसी हो जाने चाहिए. परीक्षण के दौरान पाया गया कि दो लेन ही हाइब्रिड है अौर कई उपकरण में त्रुटी पायी गयी है. इसलिए टॉल प्लाजा को एनएचआइ के पत्र के अनुसार संचालित करने लायक नहीं था अौर उसे शत-प्रतिशत हाइब्रिड इटीसी करने का कंपनी को निर्देश दिया गया है.
परीक्षण के दौरान अगल-बगल के गांव में खबर फैल गयी कि टॉल चालू हो गया है अौर लोग नौकरी प्राप्त करने के लिए टॉल पर जमा होकर शोर-गुल करने लगे. इस पर टॉल संचालक ने ग्रामीणों को संतुष्ट करते हुए वादा किया गया कि चुनाव के बाद टॉल पूर्ण रूप से हाइब्रिज इटीसी हो जायेगा अौर गांव के बेरोजगार युवाअों को योग्यता के अनुसार नौकरी दी जायेगी. परियोजना निदेशक ने कहा है कि आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया गया है. कानून की नजर में कोई गलती टॉल संचालक दिलीप बिल्डकॉन अौर एनएचएआइ से हुई है उसके लिए क्षमा मांगी है.
पुनरीक्षण प्रस्ताव पर मांगी मूल्यांकन रिपोर्ट
जमशेदपुर. एनएचएआइ के परियोजना निदेशक सदरे आलम ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिख कर संरचनाअो का पुनरीक्षण प्रस्ताव का मूल्यांकन रिपोर्ट जल्द भेजने कहा है. लिखे पत्र में कहा है कि एनएच 33 के महुलिया-बहरागोड़ा खंड एवं एनएच 06 के बहरागोड़ा -चिरचिरा खंड की रैैयती जमीन पर अवस्थित मौजा राजलाबांध एवं कोकमारागड़िया बंदोबस्त जमीन के ऊपर स्थित मकान, कोकपाड़ा एवं कोटशोल का संशोधित मूल्यांकन एवं सरकारी जमीन पर स्थित मंदिर, स्कूल, थाना, अस्पताल, वन विभाग का मकान, सरकारी भवन का मूल्यांकन कर पुनरीक्षण के लिए भेजा गया है. एनएचएआइ ने कार्य की महत्ता को देखते हुए जल्द पुनरीक्षण प्रस्ताव का मूल्यांकन रिपोर्ट भेजने कहा है.

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