सीजीपीसी प्रधान मुखे उपाध्यक्ष अंबे गिरफ्तार

जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में नौ नवंबर को झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग मामले में पुलिस ने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह अंबे को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया. घटना के बाद […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 17, 2019 2:30 AM

जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में नौ नवंबर को झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग मामले में पुलिस ने सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे और उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह अंबे को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया.

घटना के बाद बिल्ला की पत्नी गुरप्रीत कौर के बयान पर गुरमुख सिंह मुखे, अमरजीत सिंह अंबे और बलवीर सिंह बल्ले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने हर पहलू पर जांच की, जिसमें अमरजीत सिंह अंबे और गुरमुख सिंह मुखे का नाम सामने आया. अंबे को पुलिस ने शुक्रवार की रात को ही उठा लिया.
उसने घटना को अंजाम देने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. पुलिस के मुताबिक, कई ऐसे सबूत हैं, जो अंबे और मुखे को इस मामले में संलिप्तता को प्रमाणित करते हैं. घटना में प्रयुक्त बोलेरो पुलिस ने जब्त की है, जो मुखे की है. मोबाइल व सिम कार्ड भी जब्त किया है.हालांकि, पुलिस अब तक उन शूटरों तक नहीं पहुंच पायी है, जिन्होंने बिल्ला पर गोली चलायी थी. इसके लिए पुलिस टीम छापामारी कर रही है.
अंबे ने स्वीकारी अपनी संलिप्तता, घटना में प्रयुक्त बोलेरो मुखे की
पुलिस का कहना है कि उनके पास दोनों आरोपियों के खिलाफ घटना में संलिप्तता के पर्याप्त सबूत हैं. अंबे ने खुद ही घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है कि उसने बिल्ला पर गोली चलवायी है. मुखे के संबंध में पुलिस को तकनीकी रूप से दर्जनों सबूत मिले हैं. सीसीटीवी फुटेज व फोन से हुई बातचीत का सबूत है. जब्त बोलेरो मुखे की है.
गिरफ्तारी के दौरान थाने व एमजीएम में हंगामा
गिरफ्तारी के दौरान गुरमुख सिंह मुखे ने सीतारामडेरा थाने में जमकर हंगामा किया. उसने पुलिस पर फंसाने का आरोप लगाया. इसी बीच दूसरे कमरे में कस्टडी में रखे गये अंबे बाहर निकल आये और कहा कि मुखे निर्दोष हैं, उन्हें पुलिस फंसा रही है. मुखे बार-बार अपने समर्थकों से एसएसपी से मिल कर उनका पक्ष रखने की बात बोल रहे थे. जब पुलिस मुखे और अंबे की चिकित्सीय जांच के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंची, तो वहां उनके समर्थक पहुंच गये और हंगामा किया.

Next Article

Exit mobile version