उपलब्धि: इस्टर्न इंडिया में सिविल एयरक्राफ्ट क्रैश होगा, तो एनएमएल करेगा जांच

-एएआइबी व एनएमएल के बीच पांच साल के लिए हुआ करारजमशेदपुर : अब इस्टर्न इंडिया में सिविल एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त (क्रैश) होगा तो जमशेदपुर की नेशनल मेटलर्जिकल लैबोरेट्ररी (एनएमएल) उसकी जांच करेगा. इसे लेकर सीएसआइआर-एनएमएल और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआइबी) के बीच शुक्रवार को एमओयू हुआ. अगले पांच साल के लिए यह एमअोयू किया गया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 13, 2019 8:24 AM

-एएआइबी व एनएमएल के बीच पांच साल के लिए हुआ करार
जमशेदपुर :
अब इस्टर्न इंडिया में सिविल एयरक्राफ्ट दुर्घटनाग्रस्त (क्रैश) होगा तो जमशेदपुर की नेशनल मेटलर्जिकल लैबोरेट्ररी (एनएमएल) उसकी जांच करेगा. इसे लेकर सीएसआइआर-एनएमएल और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआइबी) के बीच शुक्रवार को एमओयू हुआ. अगले पांच साल के लिए यह एमअोयू किया गया है. मिनिस्ट्री अॉफ सिविल एविएशन के सेक्रेट्री प्रदीप सिंह खरोला की मौजूदगी में एनएमएल के डायरेक्टर डॉ इंद्रनील चट्टोराज व एएआइबी के डायरेक्टर जनरल अरविंदो हांडा ने एमओयू पर साइन किया. करार के मुताबिक, एनएमएल एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो को टेक्निकल सपोर्ट देगा. एयक्राफ्ट क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुई? कारणों की जांच करेगी. देशभर में भी सिविल एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट की जांच कर उसकी रिपोर्ट तैयार करेगी.

सुरक्षा कारणों से जांच करने वाले विमान की नहीं दी जायेगी जानकारी

दुर्घटनाग्रस्त एयरक्राफ्ट की जांच भले एनएमएल करेगा, वह किस जहाज की जांच कर रहा है, यह जानकारी उसे नहीं दी जायेगी. सुरक्षा कारणों की वजह से ऐसा किया जायेगा. तय समय में जांच कार्य को पूरा करना होगा.

एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट की दुर्घटना की जांच कर चुका है एनएमएल
एनएमएल इससे पूर्व कई बार वायुसेना के विमानों की दुर्घटना होने की जांच कर चुका है. दुर्घटना के कई मामले को एनएमएल ने सहजता के साथ सुलझाया है. इस संबंध में डायरेक्टर डॉ इंद्रनील चट्टोराज ने बताया कि एयरफोर्स के विमान का इंजन व उसका फंक्शन सिविल एयरक्राफ्ट से अलग होता है. इसकी अलग तरीके से जांच होती है. यही कारण है कि सिविल एयरक्राफ्ट को लेकर अलग से तैयारी की जायेगी. उसके इंजन व फंक्शन के बारे में रिसर्च भी किया जायेगा.

साउथ इंडिया में एयरक्राफ्ट दुर्घटना की नेशनल एयरोनॉटिकल लैब करेगा जांच

एनएमएल के डायरेक्टर डॉ इंद्रनील चट्टोराज ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि अब तक देश में सिविल एयरक्राफ्ट के दुर्घटना होने पर मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन की अोर से अपने स्तर पर तकनीकी जांच करवायी जाती थी. उन्होंने कहा, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने सिर्फ एनएमएल के साथ ही नहीं, बल्कि बेंगलुरु के एनएएल (नेशनल एयरोनॉटिकल लैब) के साथ भी करार किया है. अगर साउथ इंडिया में हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त होती है तो उसकी जांच का जिम्मा नेशनल एयरोनॉटिकल लैब का होगा.

-एनएमएल के डॉ इंद्रनील व एएआइबी डायरेक्टर जनरल अरविंदो ने साइन किया एमअोयू

-एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो को टेक्निकल सपोर्ट भी देगा एनएमएल

-अब तक मिनिस्ट्री अॉफ सिविल एविएशन करता था जांच

-सिविल एयरक्राफ्ट की जांच के लिए अलग से तैयारी करेगा एनएमएल

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