महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ रही मुसाबनी की चांदनी

लकड़ी से विभिन्न प्रकार के सामान बनाने में हुनरमंद बन रही महिलाएं. मुसाबनी : सुरदा क्रॉसिंग स्थित लोहिया भवन में संचालित आकृति प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से चांदनी बेसरा गांव की महिलाओं को काष्ठ कला का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का काम कर रही है. प्रशिक्षण केंद्र में आस पास की करीब दस महिलाएं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 20, 2019 2:08 AM

लकड़ी से विभिन्न प्रकार के सामान बनाने में हुनरमंद बन रही महिलाएं.

मुसाबनी : सुरदा क्रॉसिंग स्थित लोहिया भवन में संचालित आकृति प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से चांदनी बेसरा गांव की महिलाओं को काष्ठ कला का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का काम कर रही है. प्रशिक्षण केंद्र में आस पास की करीब दस महिलाएं लकड़ी से विभिन्न प्रकार के सामानों का निर्माण करने में जुटी है. झारखंड आंदोलनकारी स्व. सुराई बेसरा की पुत्री चांदनी बेसरा के अनुसार बचपन से ही वह कला के क्षेत्र में कुछ करना चाहती थी.
एक दिन जमशेदपुर में एक वृद्ध कलाकार की लकड़ी से नेम प्लेट बनाने की कला को देखा और इससे जुड़ने का निर्णय लिया. चांदनी बेसरा ने कहा कि लकड़ी काटने, ड्रॉइंग बनाने यदि एचसी का लोगो कंपनी मुख्यालय द्वारा स्वीकृत हो जाता है तो यहां की महिलाओं को बड़ा ऑर्डर मिल सकता है. इसके अलावे महिलाएं लकड़ी की विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाती है. जिसे लोग उपहार देने के लिए खरीदते हैं. विभिन्न स्थानों पर स्टॉल लगाकर आकृति प्रशिक्षण केंद्र से उत्पादित लकड़ी के विभिन्न सामानों को बिक्री करते हैं. केंद्र के संचालन में मुखिया सुकुरमुनी हेंब्रम और मां सुधारानी बेसरा का समर्थन मिल रहा है.
एक दर्जन महिला ले रही काष्ठ कला का प्रशिक्षण: चांदनी बेसरा एक दर्जन महिलाओं को काष्ठ कला का प्रशिक्षण दे रही है. सोहदा की देवला हेंब्रम, चाकुलिया की पूर्णिमा पूर्ति, सोहदा की सरस्वती माहली, क्रॉसिंग की बाहा सुंडी समेत दस महिलाएं प्रशिक्षण ले रही है. हाल में एचसीएल के सीएसआर के तहत एचसीएल के लोगों का नमूना बनाने का ऑर्डर मिला है.

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