जमशेदपुर : भुइयांडीह स्लैग रोड से महीने में एक बार उठाया जाता है डस्टबीन, लोग परेशान

जमशेदपुर : जमशेदपुर समेत देश के सभी शहरी निकायों का शुक्रवार से स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाना है, लेकिन प्रशासनिक दावों के विपरीत जमशेदपुर के भुइयांडीह स्लैग रोड में स्वच्छता को लेकर केवल कागजी खानापूर्ति की गयी है. इसके कारण स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम के यहां पहुंचने पर शहर के स्वच्छता व्यवस्था की पोल खुल सकती […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 4, 2019 8:37 AM
जमशेदपुर : जमशेदपुर समेत देश के सभी शहरी निकायों का शुक्रवार से स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाना है, लेकिन प्रशासनिक दावों के विपरीत जमशेदपुर के भुइयांडीह स्लैग रोड में स्वच्छता को लेकर केवल कागजी खानापूर्ति की गयी है. इसके कारण स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम के यहां पहुंचने पर शहर के स्वच्छता व्यवस्था की पोल खुल सकती है. साथ ही शहर का सर्वेक्षण में बेहतर रैकिंग के उम्मीद के प्रतिकूल भी परिणाम अा सकता है.
गुरुवार को ‘प्रभात खबर’ की टीम स्लैग रोड पहुंची, जहां स्थानीय लोगों से बात करने पर पाया कि यहां 20-20 दिनों तक डस्टबीन का उठाव नहीं होता है, जिसके कारण आसपास गंदगी में गंदगी फैली रह रही है, जबकि अक्षेस द्वारा प्रतिदिन कचरा उठाव करने अौर निष्पादन का रोस्टर बना हुआ है. रोस्टर में प्रतिदिन गाड़ियों पर कचरा उठाव का प्रतिदिन पेट्रोल खर्च भी निर्धारित है, लेकिन जमीनी स्तर अौर कागजी रिपोर्ट में फर्क है.
इतना ही नहीं साफ-सफाई के टीम के अलावा मॉनीटरिंग के लिए सिटी मैनेजर और सफाई पर्यवेक्षण की टीम भी है, लेकिन इस मुहल्ले में न सफाई टीम अौर न ही मॉनीटरिंग टीम ने अपना काम किया. नतीजा स्थिति जस की तस रही.
ये है प्रशासनिक दावा : हर दिन डस्टबीन का उठाव, इसके लिए गाड़ी की तैनाती, पेट्रोल खर्च, साफ-सफाई काम के लिए सफाई कर्मी के साथ सिटी मैनेजर अौर सफाई पर्यवेक्षक समेत अन्य पदाधिकारी के मॉनीटरिंग की प्रतिदिन की ड्यूटी लग रही है.
स्थानीय लोगों के बोल
कचरा का रेगुलर उठाव नहीं हो रहा है, इस संबंध में शिकायत भी की गयी है, लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
भगीरथ, भुइयांडीह
मुहल्ले से कचरा की सफाई कर कूड़ेदान में जमा किया, लेकिन कूड़ेदान का समय पर उठाव नहीं होने से गंदगी अौर बदबू फैल रही है.
कौशल कुमार, भुइयांडीह
डस्टबीन उठाव का कोई हिसाब-किताब नहीं है, कभी 15 दिन, तो कभी एक माह में भी उठाव नहीं होता है. मुन्ना साव, भुइयांडीह
स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर मेन रोड में तो सफाई हो रही है, लेकिन बस्ती के अंदर में ईमानदारी से सफाई नहीं हो रही है. संजू देवी, भुइयांडीह
स्वच्छ सर्वेक्षण केवल प्रतियोगिता तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि रूटिन में रोजाना करने की जरूरत है. सरस्वती कर्मकार, भुइयांडीह

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