जमशेदपुर : शुक्रवार की देर रात टाटा पिग्मेंट के हुई थी दुर्घटना

जमशेदपुर : जुगसलाई स्टेशन राेड स्थित हाेटल पैराडाइज के मालिक सुरेंद्र पाल सिंह भाटिया (65) की जुगसलाई पिग्मेंट गेट के पास सड़क दुर्घटना मेें माैत हाे गयी. शुक्रवार देर रात दुर्घटना के बाद उन्हें गंभीर हालत में टीएमएच ले जाया गया था. टीएमएच से उन्हें ब्रह्मानंद अस्पताल रेफर कर दिया गया. तामाेलिया ले जाने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 16, 2018 10:48 AM
जमशेदपुर : जुगसलाई स्टेशन राेड स्थित हाेटल पैराडाइज के मालिक सुरेंद्र पाल सिंह भाटिया (65) की जुगसलाई पिग्मेंट गेट के पास सड़क दुर्घटना मेें माैत हाे गयी.
शुक्रवार देर रात दुर्घटना के बाद उन्हें गंभीर हालत में टीएमएच ले जाया गया था. टीएमएच से उन्हें ब्रह्मानंद अस्पताल रेफर कर दिया गया. तामाेलिया ले जाने के दौरान ही उनकी मौत हो गयी. भाजपा नेता नरेंद्र पाल सिंह भाटिया ने बताया कि उनकी बुआ के बेटे सुरेंद्र पाल ने शुक्रवार काे अपने स्कूल-कॉलेज के दाेस्ताें के साथ रियूनियन पार्टी का आयाेजन हाइवे के एक हाेटल में किया था. सभी दाेस्ताें काे उनके घर छाेड़ने के बाद वह अपने स्टेशन राेड स्थित घर लाैट रहे थे. इसी क्रम में पिग्मेंट के पास किसी तेज रफ्तार भारी वाहन ने उनकी कार (जेएच-05-जेड-0687) काे ठाेकर मार दी. टक्कर से उनकी गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हाे गया.
उनके शरीर के बाहरी हिस्से में किसी तरह की चाेट नहीं आयी, लेकिन स्टेयरिंग से पसलियाें में गंभीर चाेट लगी. पुलिस ने उन्हें गाड़ी से निकाल कर टीएमएच पहुंचाया. उनके छाेटे भाई स्वर्ण सिंह लाला ने बताया कि शनिवार काे शव का पाेस्टमार्टम करा टीएमएच में रखा गया है. रविवार काे बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा.
जमशेदपुर : सोनू मिश्रा की बहन प्रतिमा मिश्रा ने टाटा मेन अस्पताल में बताया कि कोर्ट जाने से पूर्व सोनू नाश्ता नहीं कर रहा था. वह बार-बार अपनी मां से कह रहा था कि मेरा मन घबरा रहा है. उसे ठीक नहीं लग रहा है. सोनू की बात को सबने नजरअंदाज किया. मां ने उसे जबरन अपने साथ बैठाकर नाश्ता कराया. नाश्ता कराने के बाद मां ने उसे अपना ध्यान रखने की बात कहकर कोर्ट के लिए रवाना किया.
सोनू अपने पिता वैद्यनाथ मिश्रा के साथ कार से कोर्ट के लिए चला. रास्ते में भी सोनू चुपचाप बैठा रहा. कोर्ट में सोनू से दो लड़के मिले. इसके बाद सोनू कोर्ट में चला गया. कोर्ट में हाजिरी लगाने के बाद अधिवक्ता केके मिश्रा वहीं रुक गये और सोनू अपने पिता के साथ बाहर आ गया. बाहर आने पर भी सोनू से दो मित्र मिले. दोनों से मिलने बाद वह कार में बैठकर पिता के साथ स्टेशन की ओर लौट रहा था.
दो वर्ष से खड़गपुर में रह रहा था सोनू : सोनू की बहन प्रतिमा ने बताया कि सोनू अपराध की दुनिया से बाहर आना चाहता था. उसने दो साल से जमशेदपुर छोड़ दिया था और खड़गपुर में रह रहा था. शुक्रवार की रात उसके अधिवक्ता ने फोन कर उसे हाजिर होने की बात कही.
तारीख पर उपस्थित नहीं होने पर वारंट निकलने व कुर्की की बात बतायी. सोनू ने सुबह फोन कर बताया था कि वह करीब 10 बजे टाटानगर स्टेशन पहुंचेगा. टाटानगर स्टेशन से वह पिता के साथ घर आया. कोर्ट में पेशी के बाद दोपहर इस्पात एक्सप्रेस से उसे खड़गपुर वापस जाना था. उसने बर्मामाइंस स्थित टिकट काउंटर से ही टिकट ले लिया था. टिकट लेकर वह कार में बैठा, तभी अपराधियों ने उसे निशाना बना लिया. प्रतिमा ने बताया कि साेनू कुछ देर के लिए ही घर आता था. मां और बच्चों से मिल कर वापस लौट जाता था. घर आकर वह बच्चों को मिठाई-चॉकलेट देता था, फिर चला जाता था. =
पिता पर फायरिंग का बदला लेने के लिए परेशान था रंजीत
बागबेड़ा के रंजीत, संजीत और अजीत तीन भाई हैं. दो अक्तूबर को बागबेड़ा के गुदड़ी बाजार में सोनू मिश्रा ने अजीत के पिता पर फायरिंग की थी. फायरिंग के बाद अजीत और उसके भाई काफी दिन से सोनू को मारने के लिए योजना बना रहे थे और कई बार प्रयास भी कर चुके थे. चूंकि सोनू, डब्लू मिश्रा और मन्ना महतो के साथ रहता था. इस कारण से रंजीत- संजीत गिरोह का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया था. डब्लू मिश्रा और संजीत साव शराब और जुआ का अवैध कारोबार करते हैं. इसी बात को लेकर दोनों के बीच गैंगवार काफी दिनों से चल रहा है. सोनू पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं.
सिटी एसपी पर भड़की बहन, तो डीएसपी ने निकलवाया बाहर, घायल पिता ने बेड से उठकर मांगी माफी
सोनू की मौत की खबर सुनने के बाद उनकी बहन प्रतिमा सिटी एसपी और पुलिस पर भड़क गयीं. टीएमएच के इमरजेंसी वार्ड में उसने पुलिस को काफी भला-बुरा कहा. वह सिटी एसपी से भी आक्रोश में बातें कर रही थी.
सिटी एसपी ने उसे प्यार से समझाने का प्रयास किया. बावजूद वह शांत नहीं हुई, तो सीसीआर डीएसपी सुधीर कुमार ने महिला बल को बुलाया और उसे वार्ड से बाहर लेकर जाने को कहा. पुलिस की सख्ती के बाद प्रतिमा शांत हो गयी. पुलिस ने परिवार के लोगों को बताया कि वह अपना काम कर रही है. उसे काम करने दिया जाये. पुलिस और परिवार के बीच झड़प के बीच सोनू के घायल पिता वैद्यनाथ बेड से उतरकर आये और माफी मांग कर मामला शांत कराया.
सोनू और रंजीत के बीच चल रहा था गैंगवार
सोनू और रंजीत-संजीत के बीच कई सालों से गैंगवार चल रहा था. सोनू, परमजीत गिरोह का सदस्य होने के साथ डब्लू मिश्रा और मन्ना महतो के गैंग से भी जुड़ा था. डब्लू मिश्रा और मन्ना महतो से रंजीत-संजीत के बीच हाल के दिनों से तनाव काफी बढ़ गया था. दोनों गिरोह के बीच गैंगवार चल रही थी. रंजीत-संजीत से सोनू की वर्ष 2008 से लड़ाई चल रही है. 31 अगस्त 2014 को भी बागबेड़ा और जुगसलाई क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर रंजीत- संजीत ने सोनू पर हमला किया था. उसके बाद सोनू भी हमले का बदला लेने के लिए 4 दिसंबर 2014 को रंजीत की हत्या के लिए घात लगाए बैठा था. इस बीच साकची रेडक्रॉस सोसाइटी के पास हथियार समेत अपने दो अन्य साथियों के साथ वह पकड़ा गया.
आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी पुलिस
घटना के बाद बर्मामाइंस पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. घटनास्थल पर कोई भी कैमरा नहीं लगा मिला है. पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद लोग और दुकानदारों से भी पूछताछ की. गोली मारने वाले अपराधियों के बारे में पुलिस पता लगा रही है.
जुगसलाई निवासी सोनू मिश्रा की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दी है. उसके पिता को भी एक गोली लगी है. वह खतरे से बाहर हैं. अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन कर दिया गया है. घटना को अंजाम देने वाले अपराधी जल्द गिरफ्तार किये जायेंगे.
प्रभात कुमार, एसपी सिटी, जमशेदपुर

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